उत्तराखंड कांग्रेस की बैठक में अनुशासनहीनता के मुद्दे पर खिंचेंगी तलवारें
प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के बीच अहम के टकराव और इससे पार्टी में एकजुटता के बजाय बिखराव के सियासी संदेश को लेकर संगठन के भीतर घमासान मचने के संकेत हैं।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के बीच अहम के टकराव और इससे पार्टी में एकजुटता के बजाय बिखराव के सियासी संदेश को लेकर संगठन के भीतर घमासान मचने के संकेत हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों की प्रस्तावित दो दिनी बैठक में गुटीय खींचतान और अनुशासनहीनता के मुद्दे पर चर्चा होना तकरीबन तय है।
प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह के अनुशासनहीनता के मामलों पर सख्ती बरतने और ऐसे नेताओं को चिह्न्ति करने की हिदायत के चलते उक्त बैठक हंगामेदार रहने के आसार हैं। वर्ष 2022 जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, कांग्रेस प्रदेश में अपनी सक्रियता और आक्रामकता बढ़ा रही है। पेट्रोलियम पदार्थो की कीमत में लगातार वृद्धि को लेकर पार्टी केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों के खिलाफ तल्ख है।
कोरोना महामारी का संकट रहने के बावजूद इस मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतर चुकी है। बावजूद इसके पार्टी की सबसे बड़ी चिंता बड़े नेताओं में बिखराव और एकजुटता की कमी है। सरकार और सत्तारूढ़ दल को बैकफुट पर लाने के लिए कांग्रेस संगठन के आक्रामक रुख अपनाने के बावजूद गुटीय खींचतान इस मुहिम की हवा निकाल रही है।
इन परिस्थितियों को देखते हुए पार्टी संगठन में नए सिरे से जोश भरने की कवायद की जा रही है। मंगलवार को प्रदेश उपाध्यक्षों और बुधवार को प्रदेश महामंत्रियों की बैठक में प्रदेशभर में पार्टी की एकजुटता को लेकर रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा।
साथ ही इसमें गुटों के भीतर चल रही जोर-आजमाइश और अनुशासनहीनता के मुद्दे हावी रहना तय है। प्रदेश में अंदरूनी कलह और बड़े नेताओं के संगठन के साथ सुर मिलाने से परहेज करने का मामला पार्टी हाईकमान तक पहुंच चुका है। मिशन 2022 को देखते हुए हाईकमान की ओर से गुटीय संतुलन साधने के निर्देश दिए जा चुके हैं। दो दिनी बैठक हाईकमान के निर्देशों पर हो रही है।
इन बैठकों में अब प्रदेश, जिला और ब्लॉक स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों की सूचना संबंधित विधायकों, पूर्व विधायकों व पार्टी पदाधिकारियों व सक्रिय नेताओं को अनिवार्य रूप से देने की हिदायत दी जा सकती है।
इसके बाद बड़े नेताओं के लिए भी अपनी ढपली अपना राग अलापना मुश्किल हो सकता है। हाईकमान ने सभी की भागीदारी उनके दायरे के मुताबिक अनिवार्य करने की हिदायत भी दी है।
ब्लॉक स्तर पर आंदोलन को धार देने पर जोर
अब ब्लॉक स्तर पर आंदोलन को धार देने पर जोर है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि पार्टी एकजुट होकर पूरी ताकत से जनता के बीच जाना चाहती है। इस वजह से प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह की अनुशासनहीनता पर रोक लगाने की हिदायत के बारे में दो दिनी बैठक में जानकारी दी जाएगी।
सभी बैठक कर खट्टी-मीठी बातों का निकालें समाधान
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने दिग्गजों के बीच मनमुटाव दूर करने को प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को पत्र भेजा है। पत्र में उन्होंने कहा कि समय की मांग के मुताबिक प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और उन्हें बैठक कर खट्टी-मीठी बातों का समाधान निकालना चाहिए।
यह भी पढ़ें: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बोले, पिंजरे में कैद है राज्य की भाजपा सरकार
पत्र में किशोर उपाध्याय ने कहा कि आम कांग्रेसजन इस पक्ष में है कि सभी एकजुट रहें। वह खुद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश से बात कर रहे हैं। हम विधान सभा चुनाव की दहलीज पर खड़े हैं। उन्होंने राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सामंजस्य के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के गठन के निर्णय की ओर भी प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते उनका सहयोग व समर्थन है।