एम्स ऋषिकेश में ओपीडी में आने वाले मरीज नहीं होंगे भर्ती, कोरोना के बढ़ते मामले को देख उठाया यह कदम
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सभी की चिंता बढ़ चली है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश ने इस मामले में अभी से एहतियात बरतनी शुरू कर दी है। गुरुवार से एम्स की ओपीडी में आने वाले मरीजों को भर्ती नहीं किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सभी की चिंता बढ़ चली है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश ने इस मामले में अभी से एहतियात बरतनी शुरू कर दी है। गुरुवार से एम्स की ओपीडी में आने वाले मरीजों को भर्ती नहीं किया जाएगा। गंभीर मरीजों को ही यहां भर्ती किया जाएगा।
कोरोना वायरस संक्रमण जब चरम पर था तो अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। तत्काल समय में सामान्य ओपीडी तक बंद करनी पड़ गई थी। एम्स प्रशासन ने यहां कोविड संक्रमित मरीजों के लिए 500 बेड की व्यवस्था कर दी थी। इसके साथ ही इनके लिए पर्याप्त वेंटिलेटर भी उपलब्ध कराए गए थे। जैसे ही देश में कोरोना के मामले घटने लगे तो एम्स प्रशासन ने ओपीडी खुलने के साथ कोविड मरीजों के लिए आरक्षित बेड की संख्या भी सामान्य वर्ग में तब्दील कर दी थी। वर्तमान में यहां 50 बेड कोविड के मरीजों के लिए आरक्षित हैं।
कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ रहे मामलों पर चिंता जताते हुए एम्स निदेशक पदमश्री प्रोफेसर रविकांत ने अस्पताल प्रशासन को अभी से तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए। जिसके अनुपालन में मेडिकल सुपरीटेंडेंट प्रोफेसर बीके बस्तिया के कार्यालय में वरिष्ठ चिकित्सकों की बैठक बुलाई गई। जिसमें आवश्यक विचार विमर्श के पश्चात महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि गुरुवार से एम्स की ओपीडी में आने वाले मरीज को भर्ती नहीं किया जाएगा।
यहां गंभीर रूप से बीमार आपातकालीन सेवा में आने वाले उन मरीजों को भर्ती किया जाएगा, जिन्हें लाइफ स्पोर्ट की जरूरत है। उन्होंने बताया कि कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए एम्स प्रशासन ने अपने पर तैयारी शुरू कर दी है। जैसे ही मामले बढ़ने लगेंगे उसके अनुरूप एम्स में व्यवस्था की जाएगी। जिसके तहत यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बेड की संख्या फिर से बढ़ाए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
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