मौसम के कारण बीटीसी से यात्री धर्मशाला में शिफ्ट
तीर्थ नगरी में बारिश और तूफान को देखते हुए प्रशासन ने बस टर्मिनल कंपाउंड में ठहरे करीब 500 यात्रियों को धर्मशाला और आश्रमों में शिफ्ट करा दिया। यात्रियों की सुविधाओं के लिए यहां के विद्यालयों और अन्य संस्थाओं के भवनों को अधिग्रहण करने की तैयारी की जा रही है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश:
तीर्थ नगरी में बारिश और तूफान को देखते हुए प्रशासन ने बस टर्मिनल कंपाउंड में ठहरे करीब 500 यात्रियों को धर्मशाला और आश्रमों में शिफ्ट करा दिया। यात्रियों की सुविधाओं के लिए यहां के विद्यालयों और अन्य संस्थाओं के भवनों को अधिग्रहण करने की तैयारी की जा रही है।
सोमवार शाम ऋषिकेश का मौसम अचानक बदल गया। आंधी तूफान के साथ आई बारिश के कारण बस टर्मिनल कंपाउंड में यात्रियों के लिए लगाया गया टेंट उखड़ गया। आसरा ढूंढने के लिए श्रद्धालु यहां टिन शेड के नीचे पड़ाव डालने को मजबूर हुए। नोडल अधिकारी यात्रा व उप जिलाधिकारी ऋषिकेश शैलेंद्र सिंह नेगी ने तत्काल तहसीलदार अमृता शर्मा, सहायक नगर आयुक्त आनंद मिश्रवाण को मौसम को देखते हुए यात्रियों को ठहराने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए। उप जिलाधिकारी ने बताया कि गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में 200 श्रद्धालु, कबीर चौरा आश्रम में 170 श्रद्धालु, व्यापार सभा भवन में 70 श्रद्धालु, पंजाब सिध क्षेत्र व अन्य स्थानों पर कुल मिलाकर 500 से अधिक श्रद्धालुओं को शिफ्ट किया गया है। यात्रा प्रशासन संगठन के भवन के हाल को भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। उन्होंने बताया कि अन्य प्रांतों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। आने वाली चुनौती को देखते हुए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई थी। क्षेत्र के विद्यालयों और अन्य संस्थाओं के भवनों को श्रद्धालुओं को ठहराने के लिए अधिग्रहण किया जा रहा है। इन सभी स्थानों पर पेयजल और शौचालय की अतिरिक्त व्यवस्था करने के लिए नगर निगम को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा से लौटने वाले श्रद्धालु जिनको ट्रेन के माध्यम से आगे जाना था, उन्हें हरिद्वार तक जाने के लिए परिवहन निगम ऋषिकेश डिपो की तीन अतिरिक्त सेवाएं लगाई गई।