Oxygen Crisis: उत्तराखंड कर रहा ऑक्सीजन की आपूर्ति, इन राज्यों के लिए बना मददगार
Oxygen Crisis कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में आक्सीजन के मामले में उत्तराखंड काफी राहत भरी स्थिति में है। यहां अस्पतालों में आक्सीजन की कमी नहीं है। इतना ही नहीं इस समय उत्तराखंड कई राज्यों के लिए मददगार की भूमिका में सामने आया है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Oxygen Crisis कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में आक्सीजन के मामले में उत्तराखंड काफी राहत भरी स्थिति में है। यहां अस्पतालों में आक्सीजन की कमी नहीं है। इतना ही नहीं, इस समय उत्तराखंड कई राज्यों के लिए मददगार की भूमिका में सामने आया है। उत्तराखंड से इस समय दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ व हिमाचल को आक्सीजन की आपूर्ति हो रही है।
दरअसल, उत्तराखंड में आक्सीजन के निजी क्षेत्र में तीन प्लांट हैं। देहरादून के सेलाकुई स्थित प्लांट में प्रतिदिन 150 मीट्रिक टन आक्सीजन बनती है। वहीं हरिद्वार के रुड़की स्थित प्लांट में 30 मीट्रिक टन और ऊधमसिंह नगर के काशीपुर स्थित प्लांट में 60 मीट्रिक टन आक्सीजन बनती है। वर्तमान में उत्तराखंड के अस्पतालों में आक्सीजन की खपत प्रतिदिन तकरीबन 50 मीट्रिक टन है। ऐसे में शेष आक्सीजन अन्य राज्यों को सप्लाई होती है।
उत्तराखंड में आक्सीजन सप्लाई व नियंत्रण के नोडल अधिकारी डा. रंजीत कुमार सिन्हा का कहना है कि प्रदेश में आक्सीजन की कोई कमी नहीं है। यहां इतना उत्पादन होता है कि दूसरे राज्यों को आक्सीजन सप्लाई होती है। हालांकि, यह सप्लाई केंद्र के दिशा-निर्देशों के अनुसार होती है। उन्होंने कहा कि अब लोग स्वयं भी घरों में आक्सीजन सिलिंडर का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस कारण बाजार में आक्सीजन सिलिंडर की कमी हो गई है। सभी जिलों से अभी आंकड़े मंगाए जा रहे हैं कि यहां कितनी आवश्यकता हो सकती है। इसके बाद इन सिलिंडरों की डिमांड केंद्र को भेजी जाएगी।
एंबुलेंस में होगी आक्सीजन की व्यवस्था
प्रदेश में कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से अपने पांव पसार रहा है। दूसरी लहर में संक्रमितों को आक्सीजन की अधिक जरूरत महसूस हो रही है। इसे देखते हुए अब कोविड के मरीजों को लाने वाली सभी एंबुलेंस में आक्सीजन की व्यवस्था की जाएगी। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डा. पंकज कुमार पांडेय ने सभी जिलाधिकारियों व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
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