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सहायक परीक्षा नियंत्रक नियुक्ति की जांच के आदेश, श्रीदेव सुमन विश्‍वविद्यालय का है मामला

श्रीदेव सुमन विवि में वर्ष 2017 में सहायक परीक्षा नियंत्रक के दो पदों पर हुई नियुक्ति के मामले में जांच शुरू की गई है। विवि में इन दोनों पदों पर हुई नियुक्ति को लेकर पहले भी सवाल उठे थे मामले में जांच के बाद विवि में हड़कंप मचा हुआ है।

By Sumit KumarEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 07:14 PM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 09:47 PM (IST)
सहायक परीक्षा नियंत्रक नियुक्ति की जांच के आदेश, श्रीदेव सुमन विश्‍वविद्यालय का है मामला
इस मामले में जांच शुरू होने के बाद विवि में हड़कंप मचा हुआ है।

संवाददाता, नई टिहरी: श्रीदेव सुमन विवि में वर्ष 2017 में सहायक परीक्षा नियंत्रक के दो पदों पर हुई नियुक्ति के मामले में जांच शुरू की गई है। विवि में इन दोनों पदों पर हुई नियुक्ति को लेकर पहले भी सवाल उठे थे, लेकिन इस मामले में जांच शुरू होने के बाद विवि में हड़कंप मचा हुआ है।

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श्रीदेव सुमन विवि में वर्ष 2017 में सहायक परीक्षा नियंत्रक के दो पदों पर नियुक्ति की गई थी। डा. हेमंत बिष्ट और वीर लाल की नियुक्ति को लेकर उस वक्त भी अभ्यर्थियों ने गड़बड़ी के आरोप लगाए थे, लेकिन मामला शांत हो गया था। अब विवि प्रशासन ने न्यायमूर्ति सेवानिवृत्त केडी शाही की अध्यक्षता में छह सदस्यीय जांच समिति को नियुक्ति की जांच सौंपी है। विवि सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में दोनों सहायक परीक्षा नियंत्रकों के शैक्षणिक दस्तावेज और उनकी वैधता की जांच भी की जाएगी। इससे पहले 11 नवंबर को भी विवि ने सहायक परीक्षा नियंत्रक डा. हेमंत बिष्ट पर अनुशासनहीनता और कर्मचारी आचरण नियमावली का पालन न करने के मामले में जांच बैठाई थी। अब इस दूसरी जांच के आदेश के बाद से विवि अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मचा है।

इस संबंध में विवि के कुलपति डा. पीपी ध्यानी ने बताया कि यह विवि का आंतरिक मामला है। विवि में अगर कोई गलत कार्य किया गया है तो उसकी जांच होती है। इस मामले में जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही इस संबंध में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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अनशन पर डटे रहे ग्रामीण

कोटद्वार: लंगूरगाड नदी पर पुल निर्माण की मांग को लेकर क्रमिक अनशन में जुटे ग्राम जुवा, बंगला व भैडग़ांव के ग्रामीणों का अनशन 15वें दिन भी जारी रहा। ग्रामीण एक स्वर में पुल नहीं तो वोट नहीं के नारे लगा रहे थे।

प्रखंड दुगड्डा के अंतर्गत जुवा, बंगला और भैडग़ांव के ग्रामीण पिछले पांच दिनों से दुगड्डा-डाडामंडी मोटर मार्ग पर खूनीगल के समीप लंगूरगाड नदी के तट पर नदी में पुल निर्माण की मांग को लेकर अनशन कर रहे हैं। गुरुवार को ग्रामीणों ने अनशन स्थल पर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कहा गया कि पुल निर्माण न होने की दशा में तीनों गांवों के ग्रामीण विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। प्रदर्शन करने वालों में क्षेत्र पंचायत सदस्य इस्लाम अली, रवींद्र सिंह, उप प्रधान जितेंद्र सिंह बिष्ट, विकला देवी, जयपाल सिंह चौधरी, राजेश सिंह, धनवीर सिंह, भुवनेश रावत, अजय बिष्ट, दीपक चौधरी, कन्हैया ङ्क्षसह, जयपाल ङ्क्षसह आदि मौजूद रहे।

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