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एम्स ऋषिकेश में ओपीडी सेवा बंद टेलीमेडिसन से मिलेगा परामर्श

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश ने सोमवार से ओपीडी सेवाएं बंद कर दी है। मरीजों की सुविधा के लिए संस्थान ने टेलीमेडिसिन सेवाएं शुरू की गई हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 06:59 PM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 06:59 PM (IST)
एम्स ऋषिकेश में ओपीडी सेवा बंद टेलीमेडिसन से मिलेगा परामर्श
एम्स ऋषिकेश में ओपीडी सेवा बंद टेलीमेडिसन से मिलेगा परामर्श

जागरण संवादाता, ऋषिकेश:

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कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश ने सोमवार से ओपीडी सेवाएं बंद कर दी है। मरीजों की सुविधा के लिए संस्थान ने टेलीमेडिसिन सेवाएं शुरू की गई हैं। अब सभी सामान्य रोगों से ग्रसित मरीज टेलीमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से ही संबंधित चिकित्सकों से जरूरी परामर्श ले सकेंगे। इसके साथ ही कोविड संक्रमण से ग्रसित मरीजों के उपचार के लिए एम्स अस्पताल प्रशासन ने 300 से अधिक बेड आरक्षित किए हैं, आवश्यकता पड़ने पर इनकी संख्या 500 तक की जाएगी।

एम्स प्रशासन ने प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण को देखते हुए जनरल ओपीडी सेवाएं स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। वहीं अस्पताल की इमरजेंसी सेवा पूर्व की भांति 24 घंटे जारी रहेगी। एम्स के डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि लोगों को अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए एम्स द्वारा संचालित टेलीमेडिसिन ओपीडी सेवाओं का लाभ लेना चाहिए। इससे मरीजों को संबंधित बीमारी के लिए घर बैठे चिकित्सकीय परामर्श भी मिल सकेगा और वह अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलकर कोविड संक्रमण से भी सुरक्षित रह सकेंगे। उन्होंने बताया एम्स में कोविड मरीजों के लिए 500 बेड आरक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल एम्स में कोविड मरीजों के लिए 300 से अधिक बेड रिजर्व रखे गए हैं। जिनमें 80 बेड आइसीयू सुविधायुक्त हैं। प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि गंभीर किस्म के कोविड मरीजों के उपचार के लिए अस्पताल में 100 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। बताया कि कोविड मरीजों के लिए एम्स में एक आपातकालीन केंद्र स्थापित किया गया है। जिसमें कोविड मरीजों की जांच और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने संबंधी प्रक्रियाएं पूर्ण की जाएंगी। --------

समझनी होगी कोविड की दूसरी लहर की गंभीरता

एम्स के कम्युनिटी और फेमिली मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रो. डॉ. योगेश बहुरूपी ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर पहली लहर से कई गुना अधिक घातक है। लिहाजा प्रत्येक व्यक्ति को इसकी गंभीरता को समझना होगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को कोविड गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। इसके अलावा हम सभी को अधिकांश समय खासकर सार्वजनिक स्थानों पर हर हाल में मास्क के साथ रहने की आदत भी डालनी होगी। उनके अनुसार कोविड से बचाव का पहला उपाय मास्क का इस्तेमाल ही है। उन्होंने बताया कि आपस में दो गज की दूरी बनाए रखने और वैक्सीन लगवाने से कोविड संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही सुझाव दिया कि शरीर में किसी भी प्रकार के असामान्य लक्षण नजर आने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें।


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