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एम्स ऋषिकेश में संचालित की जाने लगी सभी विभागों की ओपीडी

एम्स ऋषिकेश में सभी विभागों की ओपीडी संचालित की जाने लगी हैं। कोविड-19 के चलते स्थगित की गई कई विभागों की ओपीडी सेवाओं के दोबारा से शुरू होने से अब संबंधित मरीजों को उक्त सभी उपचार सुविधाएं मिलने लगी हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 03:34 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 03:34 PM (IST)
एम्स ऋषिकेश में संचालित की जाने लगी सभी विभागों की ओपीडी
एम्स ऋषिकेश में सभी विभागों की ओपीडी संचालित की जाने लगी हैं।

ऋषिकेश, जेएनएन। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत के निर्देश पर सामान्य रोगों से ग्रसित मरीजों के उपचार के लिए सभी विभागों की ओपीडी संचालित की जाने लगी हैं। कोविड-19 के चलते स्थगित की गई कई विभागों की ओपीडी सेवाओं के दोबारा से शुरू होने से अब संबंधित मरीजों को उक्त सभी उपचार सुविधाएं मिलने लगी हैं।

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कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले रफ्तार की ​स्थिति में इन दिनों विभिन्न रोगों से ग्रसित रोगियों ने स्वास्थ्य परीक्षण एवं इलाज के लिए अस्पतालों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते उपन्न हालातों के मद्देनजर एतिहातियातन 24 मार्च-2020 से देशभर में लाकडाउन घोषित कर दिया गया था। पूर्ण लाकडाउन के मद्देनजर एम्स ऋषिकेश में भी ओपीडी संबंधी व्यवस्थाओं में परिवर्तन किया गया था। हालांकि, उस दौरान भी एम्स में इमरजेंसी, ट्रामा, कोविड स्क्रीनिंग ओपीडी, टेलिमेडिसिन ओपीडी आदि विशेष ओपीडी दैनिक तौर से जारी रखी गई थी। जिससे अन्य रोगों से ग्रसित मरीजों को उपचार सुलभ हो सके।

इसके बाद धीरे-धीरे हालात सामान्य होने और अनलॉक की घोषणा के बाद स्थगित चल रहे कुछ महत्वपूर्ण विभागों की ओपीडी शुरू की गई। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि गरीब से गरीब मरीज को वर्ल्डक्लास बेहतर इलाज सुलभ कराना संस्थान की प्राथमिकता है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने कहा कि हमें कोरोना वायरस के साथ सामान्य जीवन जीने की आदत डालनी होगी। ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए मूलमंत्र दो गज की दूरी और मास्क के अनिवार्य इस्तेमाल की शर्तों के साथ एम्स की विभिन्न ओपीडी सेवाओं को फिर से सुचारू कर दिया गया है।

इस बाबत विस्तृत जानकारी देते हुए डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि इलाज के अभाव में मरीज परेशान नहीं हों, लिहाजा ओपीडी व्यवस्थाओं में भी सुधार किया गया है। उन्होंने कहा कि उपचार के लिए एम्स आने वाले मरीजों के लिए अस्पताल के मुख्य प्रवेशद्वार पर ही पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है। इस रजिस्ट्रेशन सेंटर से टोकन प्राप्त करने के बाद मरीज नॉन कोविड एरिया में आकर अपना नंबर आने पर ओपीडी में उपलब्ध चिकित्सकों से अपना परीक्षण करा सकते हैं। 

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प्रो. मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में सामान्य विभागों के अलावा जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, पीडियाट्रिक, आर्थोपैडिक, सर्जिकल ओंकोलॉजी, मेडिकल ओंकोलॉजी, डर्मिटोलॉजी, ईएनटी, यूरोलाजी, पीएमआर, मनोचिकित्सा, पल्मोनरी मेडिसिन आदि विभागों के चिकित्सक एम्स की ओपीडी में प्रतिदिन सुबह 8:30 बजे से मरीजों की स्वास्थ्य संबंधी जांच के लिए उपलब्ध हैं। मरीजों को अपनी बारी आने के इंतजार के लिए किसी तरह की परेशानी उत्पन्न नहीं हो, इसके लिए सभी जरुरी इंतजामात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि कोविडकाल में इन दिनों प्रतिदिन लगभग 500 मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं।

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