प्रदेश के चेकपोस्टों से होगी आनलाइन राजस्व वसूली
परिवहन विभाग अब अपनी सभी चेकपोस्टों से आनलाइन राजस्व वसूली की तैयारी शुरू कर रहा है। इसके साथ ही चेकपोस्टों पर पर ई-चालान पर भी जोर दिया जा रहा है। इसका मकसद चेकपोस्टों में राजस्व व चालान वसूली की व्यवस्था को पारदर्शी बनाना है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। परिवहन विभाग अब अपनी सभी चेकपोस्टों से आनलाइन राजस्व वसूली की तैयारी शुरू कर रहा है। इसके साथ ही चेकपोस्टों पर पर ई-चालान पर भी जोर दिया जा रहा है। इसका मकसद चेकपोस्टों में राजस्व व चालान वसूली की व्यवस्था को पारदर्शी बनाना है। परिवहन विभाग इस समय अपने अधिकांश कार्य आनलाइन कर चुका है। इसके तहत अब लाइसेंस जारी करने से लेकर सभी तरह की फीस आनलाइन जमा की जा रही है।
सभी कार्यालयों में यह व्यवस्था तकरीबन लागू हो चुकी है। अब विभाग का फोकस चेकपोस्टों पर है। दरअसल, चेकपोस्टों से समय-समय पर शुल्क वसूली को लेकर अनियमितताओं की शिकायतें आती रही हैं। हाल ही में नारसन चेकपोस्ट में तय से कई गुना अधिक शुल्क वसूलने के मामले में पूरे स्टाफ का तबादला किया जा चुका है। इसी प्रकार पूर्व में ऋषिकेश में भी फर्जी बिल बुक पर लाखों रुपये के गबन का मामला सामने आ चुका है, जिस पर अभी तक जांच चल रही है। ऐसे में परिवहन विभाग ने चेकपोस्टों पर ई-चालान व राजस्व वसूली आनलाइन व्यवस्था का पूरी तरह अनुपालन सुनिश्चित करने की कवायद शुरू कर दी है।
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आशारोड़ी और चिडिय़ापुर चेकपोस्ट को इसके लिए साफ्टवेयर और उपकरण भी उपलब्ध करा दिए गए हैं। अब ये उपकरण गढ़वाल व कुमाऊं संभाग के सभी कार्यालयों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही सभी चेकपोस्टों पर इंटरनेट की व्यवस्था को और दुरुस्त किया जा रहा है। वहीं विभाग ने चेकपोस्टों में ई-चालान पर अधिक जोर देने को कहा है, ताकि अनियमितता की गुंजाइश कम से कम रहे। आयुक्त परिवहन दीपेंद्र कुमार चौधरी का कहना है कि पारदर्शी व्यवस्था के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इसके लिए चेकपोस्टों को उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
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