आदेश हत्याकांड की साजिश में शामिल रोहित तोमर गिरफ्तार
पुलिस ने बिल्डिंग मैटेरियल सप्लायर आदेश हत्याकांड में एक और आरोपित रोहित तोमर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित पूर्व में गिरफ्तार शूटर अमित तोमर का चाचा है।
देहरादून, [जेएनएन]: बिल्डिंग मैटेरियल सप्लायर आदेश हत्याकांड में पुलिस ने एक और आरोपित रोहित तोमर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित पूर्व में गिरफ्तार शूटर अमित तोमर का चाचा है। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपित सचिन ने आदेश की हत्या करने के लिए पहले रोहित से ही संपर्क किया था। जिसके बाद रोहित ने ही अमित को सचिन से मिलवाया था। हत्या के बाद वह तीनों से रायवाला में मिला था ओर वहां से अमित को अपने साथ ले गया था। पुलिस ने आरोपित से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली है।
18 सितंबर को तीन नकाबपोश बदमाशों ने बालावाला में ईंट-बजरी सप्लायर आदेश बालियान की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस जांच में सामने आया है कि हत्या सचिन तोमर ने साथियों के साथ मिलकर लेन-देन को लेकर की। हत्या करने में सचिन तोमर, अनुज, अमित तोमर जबकि साजिश रचने में अजीत व रोहित तोमर के नाम सामने आए थे। इनमें से पुलिस शूटर अमित को शनिवार को गिरफ्तार कर चुकी थी। गिरफ्तार शूटर ने पुलिस के सामने खुलासा किया था कि हत्याकांड में उसका रिश्ते का चाचा रोहित तोमर भी शामिल था। जिसके बाद पुलिस ने रोहित तोमर पुत्र विनय तोमर निवासी विराल थाना रमाला, जिला बागपत को ऋषिकेश क्षेत्र के टिहरी विस्थापित कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से हत्याकांड में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली गई।
एम्स में संविदा पर काम कर चुका है रोहित
आदेश बालियान के हत्या की साजिश में शामिल गिरफ्तार रोहित तोमर ऋषिकेश एम्स में संविदा पर कार्य कर रहा था। दो महीने पहले उसे निकाल दिया गया था। एसएसआइ कोतवाली रायपुर संजय मिश्रा ने बताया कि पूछताछ में रोहित तोमर ने बताया कि पहले सचिन तोमर ने उससे ही आदेश बालियान की हत्या करने के लिए संपर्क किया था।
रोहित को भी सचिन ने दिया था झांसा
रोहित के मुताबिक, आदेश बालियान की हत्या के बाद वह सभी ऋषिकेश या हरिद्वार में अपना रेत, बजरी का व्यवसाय शुरू करना चाहते थे। सचिन ने उन्हें भरोसा दिया था कि आदेश की हत्या के बाद ट्रैक्टर उन्हें मिल जाएगा। जिससे वह रेत, बजरी का काम शुरू करेंगे।
अन्य आरोपितों के करीब पहुंची पुलिस
आदेश हत्याकांड के मुख्य आरोपित सचिन तोमर के साथ ही हत्या में शामिल अनुज और साजिश में शामिल अजीत के करीब तक पुलिस पहुंच चुकी है। सूत्रों की मानें तो इन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि आरोपितों के बारे में पुलिस को ठोस सबूत मिल गए हैं। जल्द वह गिरफ्त में होंगे।
जानलेवा हमले का आरोपित 38 साल बाद गिरफ्तार
अड़तीस साल से फरार चल रहे जानलेवा हमले के आरोपित को डालनवाला कोतवाली पुलिस ने आखिरकार ढूंढ ही निकाला। तकरीबन पांच साल पूर्व राजपुर इलाके के चंद्रौटी स्थित पुश्तैनी जमीन की बिक्री के दस्तावेजों के जरिये पुलिस उस तक पहुंचने में कामयाब हुई। इंस्पेक्टर राजीव रौथाण ने बताया कि 1980 में जयचंद पुत्र लालता प्रसाद निवासी 218, डीएल रोड का सुरेश पुत्र इंदर सिंह निवासी चंद्रौटी राजपुर से विवाद चल रहा था। आरोप है कि इसी रंजिश में सुरेश ने जयचंद के घर पर धावा बोलकर उन पर फायर झोंक दिया। गोली चलाने के बाद सुरेश मौके से फरार हो गया। मामले में जयचंद ने डालनवाला कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया।
12 दिसंबर 1980 को पुलिस ने मामले में सुरेश के खिलाफ अपर जिला जज की अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी। इस बीच उसे अदालत से जमानत मिल गई, लेकिन जब केस सुनवाई पर आया तो सुरेश फरार हो गया। कई वारंट जारी होने के बाद भी सुरेश पेश नहीं हुआ तो अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया। पुलिस ने भी लंबे समय तक तलाश की, मगर वह हत्थे नहीं चढ़ा तो पुलिस भी हाथ पर हाथ धरकर बैठ गई। कुछ दिन पहले पुलिस सुरेश की फाइल पलट रही थी तो पता चला कि सुरेश ने चंद्रौटी स्थित पुश्तैनी जमीन तकरीबन पांच साल पहले बेच दी।
पुलिस ने रजिस्ट्री विभाग से दस्तावेज निकलवाए, जिसमें सुरेश का पैन कार्ड नंबर और उसकी फोटो मिल गई। पैन नंबर के जरिये आयकर विभाग से जानकारी जुटाई और उसके पट्टीदारों से सुरेश के बेटे का मोबाइल नंबर मिल गया। बेटे ने बातचीत में बताया कि उसके पिता परिवार सहित ज्वाला हिमाचल प्रदेश में रह रहे हैं। पुलिस ज्वाला पहुंची तो उसके बेटे ने बताया कि सुरेश इन दिनों कैथल हरियाणा में अपने दूसरे बेटे के घर गया हुआ है। भटकते हुए पुलिस हरियाणा पहुंची, मगर तब तक सुरेश को पुलिस के आने की खबर मिल चुकी थी।
लिहाजा सुरेश वहां से भी फरार हो गया। रविवार को पुलिस को मुखबिर ने बताया कि सुरेश इन दिनों चंद्रौटी में अपने भाई के घर रह रहा है। जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपित को सोमवार को कोर्ट में पेश कर दिया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
एक वर्ष से फरार गैंगस्टर गिरफ्तार
जनपद में चोरी की कई घटनाओं में शामिल व थाना डोईवाला से गैंगस्टर को वसंत विहार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह एक साल से फरार था। एसओ वसंत विहार हेमंत खंडूरी ने बताया कि जनपद में चोरी की कई घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपित इसरार पुत्र मुख्तार निवासी खांड जट स्योहारा, जिला बिजनौर, असगर पुत्र नूर मोहम्मद निवासी बूढ़पुर शहजाद थाना नटहौर, जिला बिजनौर व नरपाल सिंह सैनी पुत्र खूब सिंह निवासी ग्राम उस्सैपुर, थाना नटहौर, बिजनौर के खिलाफ थाना डोईवाला में गैंगस्टर एक्ट कार्रवाई की गई थी। जिसकी जांच उन्हें सौंपी गई थी। बताया कि अन्य आरोपित गिरफ्तार हो चुके थे, लेकिन गैंगस्टर नरपाल सिंह सैनी फरार चल रहा था। जिसको सोमवार को बिजनौर से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
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