उत्तराखंड में मतदान व्यवस्था को आसान बनाएंगे एक लाख कर्मचारी
उत्तराखंड में चुनाव कौथिग नजदीक है। इसके लिए मुख्य राज्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इस बार प्रदेश में मतदान व्यवस्था को आसान बनाने के लिए एक लाख कार्मिक तैनात किए जाएंगे।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में चुनाव कौथिग नजदीक है। इसके लिए मुख्य राज्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने भी तैयारी शुरू कर दी है। इस बार प्रदेश में मतदान व्यवस्था को आसान बनाने के लिए एक लाख कार्मिक तैनात किए जाएंगे। कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुए इन सभी कर्मचारियों को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत सभी को एक साथ नहीं, बल्कि विभिन्न पालियों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा महिला मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए पूरी तरह महिला कार्मिकों द्वारा संचालित 100 माडल बूथ और पांच दिव्यांग (पीडब्लूडी) बूथ बनाए जाएंगे। पीडब्लूडी बूथों का संचालन दिव्यांग कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा।
प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने तैयारियों को गति देनी शुरू कर दी है। आयोग के साथ राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के साथ ही कोरोना संक्रमण का बढ़ता प्रसार भी बड़ी चुनौती बना हुआ है। इससे निपटने के लिए आयोग पूरी तैयारियों में जुटा है। चुनावों के लिए मतदान शांतिपूर्ण व निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए आयोग कदम आगे बढ़ा रहा है। इस बार चुनावों को संपन्न कराने के लिए तकरीबन एक लाख कर्मचारियों को लगाया जा रहा है।
इसमें पोलिंग पार्टी से लेकर इवीएम संचालन, जांच टीमें व पर्यवेक्षक दल शामिल हैं। मतदान के लिए आयोग ने कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना भी प्रारंभ कर दिया है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस समय सभी कर्मचारियों को एक साथ प्रशिक्षण न देकर विभिन्न पालियों में प्रशिक्षण देने के लिए बुलाया जा रहा है। प्रशिक्षण से पहले इनकी थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके साथ ही हाथों को सैनिटाइज कराने के साथ ही मास्क भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इन्हें निश्चित दूरी में बिठाकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इनके पहले चरण का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है और अब दो दौर का प्रशिक्षण होना शेष है।
शहरी क्षेत्रों में बनेंगे माडल बूथ
आयोग महिला मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने के लिए इस बार माडल बूथ भी बना रहा है। इसमें पोलिंग अधिकारी व दोनों सहायक अधिकारी महिलाएं ही होंगी। चूंकि मतदान से एक दिन पहले पोलिंग पार्टियों को मतदान केंद्र तक पहुंचना पड़ता है, इस कारण इन्हें शहरी क्षेत्रों में बनाया जाएगा, जहां महिलाओं को आसपास ठहराया जा सके। इसके साथ ही मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में भी कुछ माडल बूथ बनाए जाएंगे।
बनेंगे पांच दिव्यांग बूथ
प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में पहली बार पांच दिव्यांग बूथ भी बनाए जा रहे हैं। यहां पोलिंग अधिकारी व सहायक पोलिंग अधिकारी दिव्यांग कर्मचारी ही होंगे। इसके लिए दिव्यांग कर्मचारियों का डाटा एकत्र किया जा रहा है। यह बूथ दिव्यांग कार्मिकों की सुविधा को देखते हुए उनके निवास स्थानों के नजदीक ही बनाए जाएंगे।
सौजन्या (मुख्य निर्वाचन अधिकारी) का कहना है कि प्रदेश में चुनावों में तकरीबन एक लाख कर्मचारियों का सहयोग लिया जा रहा है। इनको प्रशिक्षण देने के लिए कोविड गाइडलाइन का अनुपालन किया जा रहा है। महिला व दिव्यांग मतदाताओं को जागरूक करने के लिए इस बार माडल व दिव्यांग बूथ भी बनाए जा रहे हैं।