षणमुगम पर भारी पड़ी मंत्री की नाराजगी, जानिए क्या है पूरा मामला
महिला सशक्तीकरण व बाल विकास विभाग में मंत्री के आदेशों की नाफरमानी निदेशक वी षणमुगम पर भारी पड़ी। शासन से जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर आइएएस वी षणमुगम को विभाग के निदेशक पद से हटा दिया गया।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: महिला सशक्तीकरण व बाल विकास विभाग में मंत्री के आदेशों की नाफरमानी निदेशक वी षणमुगम पर भारी पड़ी। शासन से जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर आइएएस वी षणमुगम को विभाग के निदेशक पद से हटा दिया गया।
महिला सशक्तीकरण व बाल विकास विभाग में मानव संसाधन की आपूर्ति के लिए आउट सोर्सिंग एजेंसी के चयन को लेकर विभागीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य और निदेशक वी षणमुगम के बीच विवाद हो गया था। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस संबंध में मुख्य सचिव को जांच कराने के आदेश दिए थे। मुख्य सचिव ने बीते सितंबर माह में इस प्रकरण की जांच अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार को सौंपी थी।अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार ने अपनी जांच रिपोर्ट पर कुछ बिंदुओं को स्पष्ट करते हुए इसे बीते दिनों मुख्य सचिव को दोबारा सौंपा था। मुख्य सचिव ने यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सौंपी।
उक्त रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद मुख्यमंत्री ने निदेशक पद से वी षणमुगम को हटाने की संस्तुति पर मुहर लगा दी। गौरतलब है कि मंत्री और निदेशक के बीच विवाद को लेकर विपक्ष भी पिछले कई दिनों से सरकार पर हमलावर था। प्रमुख प्रतिपक्षी दल कांग्रेस ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने के संकेत दिए थे। अब सरकार ने कार्रवाई कर मामले का पटाक्षेप कर दिया।
यह भी पढ़ें: एम्स ऋषिकेश के चिकित्सकों ने न्यूरो ऑपरेशन कर दिया राजस्थान के युवक को नया जीवन