'ओल्ड इज गोल्ड नाइट' में पुराने गीतों की मची धूम, झूम उठे दूनवासी
युवा पीढ़ी को पुराने गीतों से रूबरू कराने के लिए आयोजित ओल्ड इज गोल्ड नाइट में दूनवासी झूम उठे। संगीत प्रेमियों की ओर से प्रस्तुत पुराने गीतों ने खासकर युवाओं का मन मोहj। संगीत प्रेमी संदीप गुप्ता और उनकी टीम ने ओल्ड इज गोल्ड नाइट का नौंवा संस्करण आयोजित किया।
जागरण संवाददाता, देहरादून: युवा पीढ़ी को पुराने गीतों से रूबरू कराने के लिए आयोजित 'ओल्ड इज गोल्ड नाइट' में दूनवासी झूम उठे। संगीत प्रेमियों की ओर से प्रस्तुत पुराने गीतों ने खासकर युवाओं का मन मोह लिया। संगीत प्रेमी संदीप गुप्ता और उनकी टीम ने रविवार को नगर निगम सभागार में 'ओल्ड इज गोल्ड नाइट' का नौंवा संस्करण आयोजित किया।
कार्यक्रम में संदीप गुप्ता ने फूलों का तारों का..., देखा एक ख्वाब तो वो सिलसिले हुए..., तेरे चेहरे से नजर नहीं हटती... जैसे सुमधुर गीतों से दर्शकों का मन मोह लिया। इसके बाद राजेश गोयल ने चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे..., ओ दुनिया के रखवाले... आदि गीतों की प्रस्तुति से कार्यक्रम को बुलंदी बख्शी। महबूब आलम ने पुकारता चला हूं मैं..., वो हैं जरा खफा-खफा... आदि गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। डॉ. विनोद गुप्ता ने तारों में सजके..., किसी की मुस्कराहटों पे हो निसार... की मनमोहक प्रस्तुति दी। इसके बाद मुंबई से आए विशेष कलाकार शिवम गोयल के गीतों पर भी लोग खूब झूमे। शिखा भट्टाचार्य और संजना ने भी शानदार प्रस्तुतियां दीं।
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मुख्य आयोजक संदीप गुप्ता ने बताया कि शहर में इस तरह के आयोजन कम ही देखने को मिलते हैं। वह पिछले नौ वर्ष से 'ओल्ड इज गोल्ड नाइट' का आयोजन करते आ रहे हैं। इसका मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को पुराने गीतों से जोडऩा और भागदौड़ भरे जीवन में उन्हें आनंदित करना है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ अधिवक्ता नरेश मित्तल के अलावा समाजसेवी योगेश अग्रवाल, अलकनंदा अशोक समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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