पर्यटक स्थलों की सैर पर लगा प्रतिबंध हटा, आइए दयारा बुग्याल समेत इन स्थलों पर, करें सुंदर नजारों का दीदार
उत्तरकाशी वन प्रभाग क्षेत्र में आने वाले दयारा बुग्याल गिडारा बुग्याल डोडीताल लमखागा आदि स्थलों के भ्रमण पर लगी रोक हटा ली गई है।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के चलते उत्तरकाशी वन प्रभाग क्षेत्र में आने वाले दयारा बुग्याल, गिडारा बुग्याल, डोडीताल, लमखागा आदि स्थलों के भ्रमण पर लगी रोक हटा ली गई है। यह रोक बीते 18 मार्च को लगाई गई थी। शनिवार को उत्तरकाशी के प्रभागीय वनाधिकारी संदीप कुमार की ओर से इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए गए। इसके साथ ही अब उत्तरकाशी में गोविंद वन्यजीव विहार और गंगोत्री नेशनल पार्क में भी पर्यटन गतिविधियां संचालित होने की उम्मीद है। वन अधिकारियों के अनुसार इसे लेकर सोमवार तक आदेश जारी हो जाएंगे।
प्रभागीय वनाधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि पर्यटन विभाग की ओर से प्रशासन को भेजे गए पत्र में सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार जिले में पर्यटन गतिविधियां संचालित करने के आदेश हैं। इसी क्रम में उन्होंने उत्तरकाशी वन प्रभाग में पडऩे वाले पर्यटक स्थलों को खोलने के आदेश जारी किए हैं। लेकिन, इसके लिए कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। नियमों का पालन न करने पर संबंधित एजेंसी और पर्यटकों को प्रतिबंधित करने के साथ ही कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।
बिना कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट के न आए कोई पर्यटक
मसूरी होटल एसोसिएशन ने प्रशासन पर पर्यटकों की कोरोना रिपोर्ट को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि बड़ी संख्या में बिना कोरोना निगेटिव रिपोर्ट के पर्यटक प्रदेश में प्रवेश कर रहे हैं और होटल में ठहराने की मांग कर रहे हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है।
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एसोसिएशन अध्यक्ष राकेश नारायण माथुर और सचिव संजय अग्रवाल ने कहा कि कोरोना की मार से सबसे अधिक पर्यटन उद्योग प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि हम होटल व्यवसायी कोविड-19 अनलॉक-4 गाइडलाइन का स्वागत करते हैं, लेकिन साथ में शासन-प्रशासन से मांग करते हैं कि बिना कोरोना निगेटिव रिपोर्ट के कोई भी पर्यटक प्रदेश में प्रवेश न करे। उन्होंने बताया कि इस बाबत उपजिलाधिकारी मसूरी मनीष कुमार के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजा गया है।