सरकारी में भी प्राइवेट स्कूलों के नुस्खे, अंग्रेजी बोलेंगे बच्चे
शिक्षा विभाग अब सरकारी स्कूलों के हालात सुधारने के लिए निजी स्कूलों की राह पर चलेगा। जिसके तहत मासिक परीक्षाएं और इंग्लिश स्पीकिंग डे मनमाया जाएगा।
देहरादून, [रविंद्र बड़थ्वाल]: राज्य में सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राएं अब प्राइवेट स्कूलों को टक्कर देते नजर आएंगे। इसके लिए सभी सरकारी और सहायता प्राप्त अशासकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में मासिक परीक्षाएं होंगी। साथ में हर हफ्ते शनिवार को इंग्लिश स्पीकिंग डे मनाया जाएगा। इस दिन विद्यालय की प्रत्येक गतिविधि व आम बोलचाल अंग्रेजी में होगी। सरकारी शिक्षकों में से ही इंग्लिश एक्सपर्ट की पहचान की जाएगी। ये एक्सपर्ट अपने संकुल और विकासखंडों में शिक्षकों को इंग्लिश स्पीकिंग डे की गतिविधियों में मदद करेंगे।
सरकारी विद्यालयों में शिक्षा के गिरते स्तर और छात्रसंख्या में लगातार कमी से परेशान सरकार ने प्राइवेट स्कूलों के नुस्खों की आजमाइश शुरू कर दी है। इसके तहत प्राथमिक से लेकर माध्यमिक स्तर तक विद्यालयों में अब हर महीने परीक्षा लेने का फैसला लिया गया है। यानी हर महीने कक्षाओं में छात्र-छात्राओं ने कितना विषय ज्ञान हासिल किया, मासिक परीक्षा में ये नुमायां हो जाएगा। इसके लिए शिक्षा महानिदेशालय में बकायदा गुणवत्ता प्रकोष्ठ का गठन किया गया है।
दैनिक जागरण ने बीती 22 दिसंबर को शासन स्तर पर मासिक परीक्षा आयोजित करने और गुणवत्ता प्रकोष्ठ बनाने के फैसले की खबर को ब्रेक किया था। अब शासन के निर्देश पर महकमे ने मासिक परीक्षा की रूपरेखा भी तैयार कर ली है।
नजदीकी स्कूलों में जांची जाएंगी कापियां
शिक्षा सचिव डॉ भूपिंदर कौर औलख ने बताया कि सभी सरकारी ओर सहायताप्राप्त अशासकीय विद्यालयों में कक्षा-तीन से 12वीं तक मासिक टेस्ट होंगे। इसके लिए एससीइआरटी डायट के जरिये विषयवार विशेषज्ञों की सहायता से प्रश्नपत्र तैयार करेगा। दसवीं और 12वीं में प्री-बोर्ड परीक्षाएं होने की स्थिति में उन्हें ही मासिक परीक्षा माना जाएगा। साथ ही इसके लिए निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार मूल्यांकन होगा। उत्तर पुस्तिकाओं का स्व मूल्यांकन नहीं होगा। प्रत्येक विद्यालय की उत्तर पुस्तिकाओं को नजदीकी अन्य विद्यालय में जांचा जाएगा। मासिक परीक्षा के आधार पर विद्यालयवार अच्छा प्रदर्शन और कमजोर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं का ब्योरा तैयार होगा।
अगले सत्र से हर माह परीक्षा
कक्षा तीन से पांचवीं तक हिंदी, गणित व अंग्रेजी, कक्षा छह, सात व आठ में हिंदी, गणित, विज्ञान व अंग्रेजी और कक्षा नौ से 12वीं तक सभी विषयों के मासिक परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। चालू शैक्षिक सत्र में जनवरी और फरवरी माह के अंतिम हफ्ते में मासिक परीक्षा होगी। अगले सत्र से छमाही और वार्षिक परीक्षा को छोड़कर हर माह परीक्षा ली जाएगी। परीक्षा की कसौटी ज्ञान, बोध, अनुप्रयोग और कौशल होंगे। इसके लिए निदेशालय स्तर से दिशा-निर्देश जारी करने को कहा गया है।
छात्रों की शंकाओं का निवारण
शिक्षा सचिव ने बताया कि हफ्ते में शनिवार को प्रत्येक विद्यालय में डाउट क्लीयङ्क्षरग (शंका निवारण) व इंग्लिश स्पीकिंग डे मनाया जाएगा। इस दिन प्रत्येक शिक्षक सप्ताह में पढ़ाए गए पाठों पर छात्रों की जिज्ञासाओं का समाधान करेंगे। विद्यालय की प्रत्येक गतिविधि व आम बोलचाल अंग्रेजी की जाएगी। इन निर्देशों का पालन करने को संबंधित प्रधानाध्यापक, प्रधानाचार्य को निर्देश दिए गए हैं। ब्लॉक व जिलास्तरीय अधिकारी रैंडम आधार पर इसका अनुश्रवण करेंगे। डाउट क्लीयरिंग डे में शिक्षक आपस में किसी भी विषय संबंधी शंका समाधान के लिए विचार-विमर्श करेंगे। साथ में शंकाओं को प्रधानाध्यापक व प्रधानाचार्य के माध्यम से एकेडमिक एक्सपर्ट को बताएंगे।
यह भी पढ़ें: छात्रवृत्ति ऑनलाइन होते ही दो लाख छात्र गायब
यह भी पढ़ें: आइआइटी में सीट छोड़ना पड़ेगा भारी, नहीं मिलेगी जेईई एडवांस में एंट्री
यह भी पढ़ें: पहले कम अंक पर नौकरी, अब अंक सुधार के लिए देंगे परीक्षा