उत्तराखंड में अब साहसिक पर्यटन के लिए बनेंगे अलग नियम
पर्यटन महकमा प्रदेश में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अब इसके लिए नए नियम बना रहा है। इस क्रम में पैनल बनाकर खेल से जुड़ी कंपनियों का पंजीकरण किया जाएगा।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: पर्यटन महकमा प्रदेश में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अब इसके लिए नए नियम बना रहा है। इस क्रम में पैनल बनाकर खेल से जुड़ी कंपनियों का पंजीकरण किया जाएगा। इसके अलावा खेल गतिविधियां संचालित करने के स्थल और मानक निर्धारित किए जाएंगे। इसे लेकर महकमे ने सभी हितधारकों (स्टेक होल्डर्स) के साथ बैठक की है। इनसे सुझाव लेने के बाद नए नियमों का प्रारूप तय किया जा रहा है।
प्रदेश में साहसिक पर्यटन का बहुत तेजी से प्रसार हो रहा है। इससे स्थानीय युवाओं के सामने रोजगार के द्वार भी खुले हैं। हालांकि, इसमें पर्यावरण संबंधी दिक्कतें आने के कारण कई बार ग्रीन ट्रिब्यूनल इनके संचालन के तरीकों पर नाराजगी जाहिर कर चुका है।
इसे देखते हुए अब पर्यटन विभाग नए नियम बना रहा है ताकि इनका नियंत्रित तरीके से संचालन हो सके। साहसिक पर्यटन में तीन खेलों को मुख्य रूप से शामिल किया गया है। इसमें वॉटर स्पोट्र्स, एयरो स्पोट्र्स और स्कीइंग शामिल है। इन तीनों खेलों के लिए हितधारकों से सुझाव भी ले लिए गए हैं।
इसमें बात इन नियमों को अंतिम रूप दिया जाएगा। सचिव पर्यटन मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि साहसिक पर्यटन को नियंत्रित रूप से संचालित करने के लिए नियम बनाए जा रहे हैं। जल्द ही इन्हें अंतिम रूप दिया जाएगा
औली में होगी स्कीइंग चैंपियनशिप
उत्तराखंड ने अगले वर्ष यानी जनवरी-फरवरी 2018 में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की दावेदारी की है। सचिव पर्यटन ने बताया कि उत्तराखंड, फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्कीईंग के सामने अपना दावा प्रस्तुत कर रहा है। इसके लिए उन्होंने उत्तराखंड स्कीईंग फेडरेशन को अपना दावा प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में 70 से 80 लाख का खर्च आने की उम्मीद है। इस आयोजन से इस खेल को अच्छा प्रचार प्रसार हो सकेगा।
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