चेतावनी के बावजूद खोदी सड़क, एसएसपी ने पीडब्ल्यूडी को भेजा नोटिस Dehradun News
पीडब्ल्यूडी ने प्रमुख सड़कों पर निर्माण के लिए पुलिस की अनुमति लेने की अनदेखी करते हुए एक बार फिर बहल चौक पर सड़क खोद दी। नतीजा यह रहा कि पूरे दिन आधे शहर में जाम की स्थिति रही।
देहरादून, जेएनएन। राजपुर रोड देहरादून शहर की सबसे पॉश लोकेशन है। इस सड़क पर आम नागरिकों से लेकर सचिवालय के आला अधिकारी और मुख्यमंत्री तक के काफिले गुजरते हैं। इस सड़क पर जब भी कोई अवरोध उत्पन्न होता है तो उसका असर हर किसी पर पड़ता है। पीडब्ल्यूडी ने इन सब बातों की अनदेखी करते हुए एक बार फिर बहल चौक पर सड़क खोद दी। नतीजा यह रहा कि पूरे दिन आधे शहर में जाम की स्थिति रही।
हालांकि, एसएसपी ने पिछले महीने पीडब्ल्यूडी को चेतावनी दी थी कि शहर की प्रमुख सड़कों पर निर्माण के लिए पुलिस की अनुमति जरूरी है। मगर इस बार अनुमति भी नहीं ली गई। लिहाजा एसएसपी ने बुधवार को पीडब्ल्यूडी को नोटिस भेजकर सात दिन के भीतर जवाब मांगा है। साथ ही यह भी कहा है कि पूर्व में हुई वार्ता के बाद की गई इस मनमानी को लेकर क्यों न संबंधित अधिकारी पर मुकदमा दर्ज किया जाए।
राजपुर रोड पर शहर के किसी भी अन्य हिस्से के मुकाबले यातायात का सबसे अधिक दबाव होता है। मुश्किल तब और बढ़ जाती है जब इस सड़क पर दिन के समय निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाता है। इससे इस सड़क से गुजरने वाले वाहनों की रफ्तार थम जाती है और नतीजा शहर में जाम के रूप में सामने आता है।
सचिवालय सहित कई बड़े केंद्रीय संस्थान इस मार्ग और इससे लिंक रास्तों पर स्थित हैं। पीडब्ल्यूडी ने पिछले महीने भी बहल चौक पर सड़क को खोद कर इसी तरह से शहर के लिए कई दिन की मुसीबत खड़ी कर दी थी, जिससे कई दिन तक यातायात प्रभावित रहा था। स्थिति इस कदर बिगड़ गई थी कि एसएसपी अरुण मोहन जोशी को हस्तक्षेप करना पड़ा था और उन्होंने पीडब्ल्यूडी से इस संबंध में बात भी की थी।
बीती 9 अक्टूबर को हुई वार्ता के क्रम में तय हुआ था कि लोक निर्माण विभाग को अब से शहर में जहां कहीं भी सड़क निर्माण करना होगा, उससे पहले पुलिस को अवगत कराया जाएगा। ताकि पुलिस अपने स्तर से यातायात को लेकर बंदोबस्त कर सके और वैकल्पिक मार्गों केलिए ट्रैफिक प्लान जारी कर सके।
इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी ने इसे धता बताते हुए मंगलवार की रात बहल चौक पर एक बार फिर सड़क खोद दी। इसके चलते दिलाराम चौक से लेकर ऐस्लेहाल चौक तक जाम की स्थिति बन रही है।
मामला एसएसपी के संज्ञान में आया तो उन्होंने अधिशासी अधिकारी पीडब्ल्यूडी को पत्र भेजते हुए कहा कि जब सड़क निर्माण से पहले अनुमति लेने के संबंध में बात हो चुकी थी तो क्यों पुलिस को बिना सूचना दिए सड़क खोदी गई। इसके चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। एसएसपी ने नोटिस भेजकर पीडब्ल्यूडी से सात दिन के भीतर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।
त्योहारी सीजन के चलते लोग हुए परेशान
राजपुर रोड पर तमाम बड़ी कंपनियों के शोरूम हैं। जहां शहर के कई हिस्सों से लोग खरीदारी के लिए आते हैं। त्योहारी सीजन में यहां खरीदारों की भीड़ काफी बढ़ गई है। ऐसे में बहल चौक पर सड़क खोदे जाने से खरीदारी को आने वाली महिलाओं के अन्य लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
देना होगा सात दिन से भीतर स्पष्टीकरण
देहरादून के एसएसपी अरुण मोहन जोशी के अनुसार, पीडब्ल्यूडी को नोटिस भेजकर सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा गया है। जवाब आने के बाद मामले में वैधानिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यातायात व्यवस्था को प्रभावित करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रेमनगर में नाले चोक, सड़क पर बह रहा गंदा पानी
छावनी परिषद देहरादून के तहत प्रेमनगर क्षेत्र में मुख्य नालों की स्थिति काफी खराब है। ज्यादातर नाले नियमित सफाई ना होने के कारण चोक हो चुके हैं। इस वजह से आए दिन मुख्य मार्गों में गंदे नालों का पानी बहने लगता है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सामाजिक कार्यकर्ता बीरू बिष्ट ने बताया कि चाय बागान मार्ग पर चक्की के पास नाला पिछले काफी समय से चोक था और सारा गंदा पानी सड़कों पर बह रहा था। इस गंदे पानी की वजह से आसपास बदबू फैल रही थी और लोगों का वहां से गुजर पाना तक मुश्किल हो रहा था। छावनी परिषद के स्वास्थ्य अधिकारी मनोज बिष्ट जी को फोन के माध्यम से इसकी सूचना दी गई। तब उन्होंने कर्मचारियों को मौके पर भेजा।
पता चला कि 50 मीटर तक नाला पिछले काफी समय से साफ ही नहीं हुआ है। इसमें भारी मात्रा में मलवा वह कूड़ा करकट भरा पड़ा था। काफी मशक्कत के बाद कर्मचारियों द्वारा इस नाले की सफाई की। बिष्ट ने कहा कि कैंट क्षेत्र में सफाई व्यवस्था चौपट है और सफाई कर्मचारी सड़कों की सफाई कर गंदगी को नालियों में डाल रहे हैं।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: ऑलवेदर रोड पर हाई पावर कमेटी का मूड उखड़ा, जानिए वजह
वहीं, क्षेत्रवासी भी घर का कूड़ा नालियों में डाल रहे हैं। कई डेयरी का गोबर भी नालों में पड़ रहा है। जिसकी वजह से आए दिन नालियां चोक हो रही हैं। पर कैंट बोर्ड का ध्यान इस ओर नहीं है। यदि नालों की नियमित सफाई की जाए तो यह समस्या नहीं आएगी।
यह भी पढ़ें: बजट की आस में लोक निर्माण विभाग ने शुरू किया पैचवर्क, पढ़िए पूरी खबर