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उत्तराखंड: खटीमा की नगर पालिका अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस, जानिए वजह

ऊधमसिंहनगर जिले के अंतर्गत नगर पालिका परिषद खटीमा की अध्यक्ष सोनी राणा की कुर्सी पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। पर्यावरण मित्रों की नियुक्ति में अनियमितता के आरोप में घिरीं पालिकाध्यक्ष को शासन ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 11:36 AM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 11:36 AM (IST)
उत्तराखंड: खटीमा की नगर पालिका अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस, जानिए वजह
खटीमा की नगर पालिका अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस।

देहरादून, राज्य ब्यूरो। ऊधमसिंहनगर जिले के अंतर्गत नगर पालिका परिषद खटीमा की अध्यक्ष सोनी राणा की कुर्सी पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। पर्यावरण मित्रों की नियुक्ति में अनियमितता के आरोप में घिरीं पालिकाध्यक्ष को शासन ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्हें स्पष्टीकरण देने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है।

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नगर पालिका परिषद खटीमा में पिछले वर्ष पर्यावरण मित्रों की नियुक्तियां हुई थीं। इनमें अनियमितताएं बरते जाने की आई शिकायतों के बाद शासन ने ऊधमसिंहनगर के जिलाधिकारी को प्रकरण की जांच के निर्देश दिए। खटीमा के तहसीलदार और उपकोषाधिकारी से कराई गई जांच में शिकायत की पुष्टि हुई। जांच रिपोर्ट में इसके लिए प्रथम दृष्ट्या पालिकाध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराया गया है।

इस सबको देखते हुए अब शहरी विकास सचिव शैलेश बगौली की ओर से खटीमा की पालिकाध्यक्ष को पद से हटाए जाने का नोटिस भेजा गया है। नोटिस के अनुसार यदि 15 दिन के भीतर पालिकाध्यक्ष ने अपना लिखित स्पष्टीकरण शासन को उपलब्ध नहीं कराया तो ये समझा जाएगा कि इस मामले में उन्हें कुछ नहीं कहना है। इसके बाद शासन द्वारा उपलब्ध अभिलेखों और साक्ष्यों के आधार पर पालिकाध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाही प्रारंभ की जाएगी।

कपिल सिब्बल पर किशोर उपाध्याय ने बोला हमला 

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल की पार्टी आलाकमान पर की गई टिप्पणी नागवार गुजरी। सिब्बल का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि उनके केंद्रीय मंत्री रहते उनसे कार्यकत्र्ताओं को मिलने का वक्त तक नहीं मिलता था। किशोर उपाध्याय ने कहा कि जब वह विधायक थे तो भी तत्कालीन केंद्रीय मंत्री (कपिल सिब्बल) से उन्हें मुलाकात का समय नहीं मिला। कांग्रेस और गांधी परिवार पर आज सवाल खड़ा करने वालों को यह देखना चाहिए कि पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया। मौजूदा विषम परिस्थितियों में सभी को पार्टी को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए।

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