एबीवीपी बोली, नोटा का प्रयोग लोकतंत्र के हित में नहीं
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि नोटा लोकतंत्र के हित में नहीं है। उन्होंने नोटा को हटवाने के लिए जन जागरण अभियान चलाने का फैसला लिया।
ऋषिकेश, जेएनएन। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला सम्मेलन में 'उभरता भारत नई आशाएं' पर चर्चा की गई। इस दौरान अभाविप ने वोट के अधिकार के तहत मतदान में नोटा के उपयोग को लोकतंत्र के लिए गलत बताया। अभाविप ने नोटा को हटवाने के लिए जन-जागरण अभियान चलाने का फैसला लिया।
देहरादून मार्ग स्थित व्यापार सभा भवन में मंगलवार को सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य वक्ता अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रगति रावत ने कहा कि हमें अपने संविधान और संविधान में प्रदत्त अधिकारों का ईमानदारी से निर्वाह करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी अधिकार के चलते हमें मतदान का अधिकार भी प्राप्त हुआ है। जिसका हमें पालन करना चाहिए, नोटा का उपयोग सरासर गलत है।
एबीवीपी मतदान के लिए पूरे प्रदेश में जन-जागरण अभियान चलाएगा। क्योंकि हमारा एक-एक वोट राष्ट्र विरोधी ताकतों पर करारा प्रहार होगा। उन्होंने कहा कि आज देश के कुछ राज्य आतंकवाद, नक्सलवाद जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। हमें मतदान कर, देश विरोधी ताकतों, नक्सलवाद और वामपंथी विचारधारा पर चोट करने की आवश्यकता है। विद्यार्थी परिषद देश के सभी महाविद्यालय में ज्ञान, शील एकता के नारे के साथ छात्रों के लिए कार्य कर रहा है।
वक्ताओं ने कहा कि विद्यार्थी परिषद की जिम्मेदारी है, कि आगे आने वाले चुनाव में प्रत्येक मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक किया जाए। सम्मेलन में सहमंत्री काजल थापा, विभाग छात्रा प्रमुख अंजली शर्मा, अमित गांधी, जिला संयोजक संदीप शर्मा, नगर मंत्री नरेंद्र गौतम, विभाग सह संयोजक विनोद चौहान, शुभम झा, मोहित तिवारी, पंकज कुमार, रवि कुमार उपस्थित थे।
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