योजनाओं की देखरेख को हर ब्लॉक में होंगे नोडल अधिकारी
अब ग्राम पंचायत में चल रही योजनाओं की देखरेख के लिए हर विकासखंड में एक-एक नोडल अधिकारी की तैनाती की जाएगी।
जागरण संवाददाता, देहरादून: अब ग्राम पंचायत में चल रही योजनाओं की देखरेख के लिए हर विकासखंड में एक-एक नोडल अधिकारी की तैनाती की जाएगी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खंडेलवाल ने अधिकारियों को यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों की बैठकों में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए। उन्होंने ग्राम पंचायतों की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने पर भी जोर दिया।
विकासखंड रायपुर के सभागार में 'सब की योजना सबका विकास' कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) निर्माण, मिशन अंत्योदय व अंत्योदय सर्वेक्षण के संबंध में वीडियो कांफ्रेसिग के माध्यम से आयोजित बैठक में सीडीओ नितिका खंडेलवाल ने कहा कि प्रदेश में जीपीडीपी निर्माण के संबंध में बैठकों का आयोजन दो अक्टूबर से शुरू होगा। मुख्य विकास अधिकारी ने ग्राम पंचायतों में चल रही योजनाओं की देखरेख के लिए जिला पंचायतराज अधिकारी एम जफरखान को विकासखंड डोईवाला, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल को सहसपुर, परियोजना निदेशक डीआरडीए विक्रम सिंह को रायपुर, उप मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुज डिमरी को कालसी, जिला पर्यटन अधिकारी केएस चौहान को चकराता और कृषि भूमि संरक्षण अधिकारी अभिलाषा अंथवाल को विकासनगर के लिए नामित किया गया है। उन्होंने कहा कि ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग के निर्देशानुसार मिशन अंत्योदय सर्वेक्षण-2019 जनपद में पूर्व ही पूरा कर लिया गया है। मिशन अंत्योदय के अंतर्गत 141 बिदुओं पर सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में जीपीडीपी निर्माण के कार्य को समय पर पूरा कर लिया जाए। ग्राम पंचायतों में जन सूचना बोर्ड स्थापित करते हुए उसमें विभिन्न विभागों की योजनाएं अंकित करें। सीडीओ ने कहा कि जल जीवन मिशन के संबंध में जिला विकास अधिकारी ने बताया कि जिले में अगले दो वर्षों में हर घर में पानी पहुंचा दिया जाएगा। ग्राम पंचायतों में स्वजल विभाग की ओर से कराए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए सीडीओ ने बताया गया कि तीन लाख की धनराशि से सामुदायिक शौचालयों का निर्माण ग्राम पंचायत में किया जा रहा है। जीपीडीपी निर्माण के संबंध में जिला पंचायतराज अधिकारी ने बताया कि विकासखंडों की ओर से जीपीडीपी निर्माण के संबंध में ग्राम पंचायतों की बैठकों का पूर्व से ही रोस्टर निर्धारित किया गया है।