Move to Jagran APP

उत्‍तराखंड : भाजपा में थमने का नाम नहीं ले रही अंदरूनी रार

पार्टी विधायकों व अन्य नेताओं के बिगड़े बोल और अनुशासन तोड़ने के नित सामने आ रहे नए मामलों ने प्रदेश भाजपा नेतृत्व की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है। स्थिति ये है कि एक मामला निबटता नहीं कि दूसरा सामने आ जाता है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 14 Nov 2020 12:10 PM (IST)Updated: Sat, 14 Nov 2020 12:10 PM (IST)
उत्‍तराखंड : भाजपा में थमने का नाम नहीं ले रही अंदरूनी रार
अनुशासन तोड़ने के नित सामने आ रहे नए मामलों ने प्रदेश भाजपा नेतृत्व की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है।

देहरादून, राज्य ब्यूरो। पार्टी विधायकों व अन्य नेताओं के बिगड़े बोल और अनुशासन तोड़ने के नित सामने आ रहे नए मामलों ने प्रदेश भाजपा नेतृत्व की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है। स्थिति ये है कि एक मामला निबटता नहीं कि दूसरा सामने आ जाता है। अब पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री लाखीराम जोशी के लैटर बम ने भाजपा को असहज कर दिया है। इसके अलावा विधायक पूरण सिंह फर्त्‍याल, कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन से संबंधित प्रकरण गले की फांस बने हैं तो रुड़की के महापौर गौरव गोयल के वायरल हुए ऑडियो को लेकर भी पार्टी पसोपेश में है। हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने साफ किया है कि पार्टी में अनुशासन तोड़ने की किसी को इजाजत नहीं होगी। उन्होंने पार्टी विधायकों और नेताओं से वाणी पर संयम रखने को कहा है।

loksabha election banner

उत्तराखंड में भाजपा भले ही 2014 से सियासी रण में लगातार विजय रथ पर सवार हो, लेकिन पार्टी के नेता ही उसके लिए गाहे-बगाहे असहज कर देने वाली स्थिति पैदा कर रहे हैं। पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के दौरान विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और देशराज कर्णवाल के मध्य छिड़ी जुबानी जंग ने पार्टी को हैरत में डाल दिया था। हालांकि, तब पार्टी ने विधायक चैंपियन को बाहर का रास्ता दिखाकर अनुशासन को लेकर सख्त संदेश देने का प्रयास किया था। ये बात अलग है कि सालभर बाद ही चैंपियन की घर वापसी हो गई। उम्मीद जताई गई थी कि चैंपियन शांत रहेंगे, लेकिन हाल में उनका एक अभाविप कार्यकर्त्‍ता से संवाद का ऑडियो वायरल हुआ है।

इसके अलावा कुमाऊं क्षेत्र की एक सड़क के टेंडर में कथित घपले को लेकर विधायक पूरण सिंह फर्त्‍याल पहले ही मोर्चा खोले हुए हैं। उनसे बातचीत के लिए दो सांसदों की समिति भी गठित की गई है। इस मामले में कार्रवाई अभी लंबित है। रुड़की के महापौर के एक अधिकारी के साथ वार्तालाप के वायरल ऑडियो ने भी परेशानी में डाला हुआ है। अब पूर्व कैबिनेट मंत्री लाखीराम जोशी ने मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रधानमंत्री को चिट्टी भेजकर पार्टी की दिक्कत बढ़ा दी है। पार्टी ने जोशी को निलंबित करने के साथ ही नोटिस भेजकर सख्त संदेश देने की कोशिश की है, लेकिन लगातार आ रहे ऐसे मामलों ने चिंता बढ़ा दी है।

भाजपा सूत्रों के अनुसार इन हालिया मसलों पर बीते रोज प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत की अध्यक्षता में हुई टोली बैठक में चिंता जाहिर की गई। इसके बाद ही पूर्व मंत्री जोशी के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय लिया गया। माना जा रहा कि अन्य मामलों में भी पार्टी जल्द फैसला लेकर यह संदेश देने का प्रयास किया जाएगा कि अनुशासनहीनता के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है।

 यह भी पढ़ें: भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत कुमार गौतम बने भाजपा के उत्तराखंड प्रभारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.