भवन में पानी जमा मिला तो लगेगा 500 रुपये जुर्माना Dehradun News
शहर में डेंगू का प्रकोप रोकने के लिए नगर निगम ने रणनीति बना ली है। निगम बैठक में तय किया गया कि यदि किसी भवन में पानी जमा होगा तो 500 रुपये जुर्माना वसूला जाएगा।
देहरादून, जेएनएन। शहर में डेंगू का प्रकोप रोकने के लिए नगर निगम ने रणनीति बना ली है। महापौर व नगर आयुक्त ने शहर के पहले 50 वार्डो के पार्षदों के साथ बैठक की। महापौर सुनील उनियाल गामा ने पार्षदों, निगम निरीक्षकों व सुपरवाइजरों को घर, प्रतिष्ठान व कार्यालयों में औचक निरीक्षण कर जांच के निर्देश दिए हैं। कहा कि जिस भवन के बरामदे या परिसर आदि में गमलों, कूलर पानी जमा मिलेगा, उसके भवन स्वामी के विरुद्ध 500 रुपये जुर्माना लगाया जाए।
बारिश शुरू होने से पहले ही नगर निगम डेंगू को लेकर सतर्क हो गया है। बीते साल डेंगू ने शहर में कहर बरपाया था। अब इस साल इसका प्रकोप रोकने को जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने नगर निगम को उचित कदम उठाने के आदेश दिए थे। इस संबंध में महापौर ने दो दिन पार्षदों की बैठक बुलाने का निर्णय लिया। पहले दिन वार्ड-एक से वार्ड-पचास तक के सभी पार्षदों की बैठक ली गई। अब शनिवार को वार्ड-51 से वार्ड-100 तक के पार्षदों की बैठक ली जाएगी।
बोर्ड रूम में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बैठक में डेंगू की रोकथाम पर चर्चा हुई। इस दौरान महापौर गामा ने कहा कि अगर अभी से हर कोई डेंगू को लेकर सतर्क होगा, तभी इसके प्रकोप को रोका जा सकता है।
रेसकोर्स के पार्षद देवेंद्र पाल सिंह मोंटी ने सभी नालों की बरसात से पहले सफाई के साथ रिस्पना और बिंदाल नदी में पुल के नीचे फंसे कूड़े को भी निकालने व नाला/पुस्ते की मरम्मत कराने की मांग रखी।
बैठक में नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय, उपनगर आयुक्त समेत वरिष्ठ वित्त अधिकारी, सहायक आयुक्त, मुख्य/वरिश्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी आदि मौजूद रहे।
बैठक में दिए गए निर्देश
-सभी पार्षद अपने-अपने वार्डो में जहां गड्ढ़े हैं और उनमें पानी जमा होता है, यह सूची मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी को उपलब्ध कराएंगे, ताकि समय से उन गड्ढ़ों को भरने, उनमें जमा पानी निकालने अथवा उनमें नियमित रूप से दवा का छिड़काव कराने की व्यवस्था नगर निगम द्वारा की जा सके।
-सभी पार्षद अपने-अपने वार्डो में लोगों को जागरूक करेंगे कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पैदा होता है। घरों में रखे गमलों, कूलर, पुराने टायर, टिन के डिब्बे आदि में पानी एकत्रित न होने दें। इसलिए कूलर आदि को धूप में सुखायें और अन्य सामान को समय रहते हटाएं।
-वार्ड में लोगों को यह भी बताएं कि इस सूचना के बावजूद किसी व्यक्ति के घर में गमलों एवं अन्य सामान में पानी जमा पाया जाता है तो नगर निगम उस पर 500 रुपये जुर्माना लगाएगा।
-निगम ने शहर के बड़े नालों की सफाई के लिए टेंडर निकाले गए हैं। अगर किसी वार्ड में कोई नाला अवरुद्ध है तो इस संबंध में मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी को सूची उपलब्ध कराई जाय ताकि वहां की सफाई करा सके। महापौर व नगर आयुक्त खुद इसकी मानिटरिंग करेंगे।
सेफ्टिक टैंक का पानी नाली में छोड़ा तो कार्रवाई
क्लेमेनटाउन कैंट क्षेत्र में घरों के सेप्टिक टैंक का पानी नाली या नालों में गिराने वालों पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगेगा। जुर्माना जमा नहीं करने पर हर रोज ढाई सौ रुपये का फाइन चुकाना होगा। छावनी परिषद की विशेष बोर्ड बैठक में नालियों में बढ़ती गंदगी के चलते यह फैसला लिया गया है। बैठक में वार्षकि बजट भी पास किया गया।
छावनी की विशेष बोर्ड बैठक ब्रिगेडियर सुभाष पंवार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में छावनी के 191 करोड़ रुपये के बजट को सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। इसमें 140 करोड़ रुपये सीवरेज योजना को पूरा करने के लिए मांगे गए हैं। बोर्ड उपाध्यक्ष भूपेंद्र कंडारी ने बताया कि बजट में 21 करोड़ रुपये विकास कार्यो के लिए मांगे गए हैं। बैठक में मानसून से पूर्व विकास के कार्यो का मुद्दा उठा। इस पर अध्यक्ष ने सचिव को निर्देश दिया कि एक सप्ताह के भीतर मानसून से जुड़े कार्य शुरू कर लिए जाएं।
पूर्व उपाध्यक्ष सुनील कुमार ने लेन तीन सरस्वती विहार नाली निर्माण, लेन नंबर 13 धीरेंद्र अत्री मार्ग और छावनी परिषद के कर्मचारियों के घरों की नालियों को बरसात से पहले ठीक कराने को कहा। मानसून के दौरान छावनी में सफाई व्यवस्था को देखते हुए 10 सफाई कर्मी ठेकेदार के जरिए रखा जाएंगे।
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बैठक में छावनी बोर्ड सीईओ अभिषेक सिंह राठौर, कर्नल अजय सिंह, कर्नल नवीन मिस्न, कर्नल एसके मौली, कर्नल ऐके सिंह, सभासद मोहम्मद तासीम, बीना नौटियाल, शाहीना अख्तर, रामकिशन यादव, टेक बहादुर क्षेत्री शामिल रहे।
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