Move to Jagran APP

Good News: त्योहारी सीजन के चलते 15 अक्टूबर के बाद चलेंगी मसूरी और शताब्दी एक्सप्रेस

त्योहारी सीजन के चलते देहरादून से चलने वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ने जा रही है। आगामी 15 अक्टूबर के बाद देहरादून से चलने वाली मसूरी एक्सप्रेस व देहरादून-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस का संचालन शुरू होगा। रेलवे प्रबंधन ने इन ट्रेनों के संचालन को अनुमति दे दी है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 06 Oct 2020 12:50 PM (IST)Updated: Tue, 06 Oct 2020 12:50 PM (IST)
Good News: त्योहारी सीजन के चलते 15 अक्टूबर के बाद चलेंगी मसूरी और शताब्दी एक्सप्रेस
आगामी 15 अक्टूबर के बाद देहरादून से चलने वाली मसूरी एक्सप्रेस व देहरादून-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस का संचालन शुरू होगा।

देहरादून, जेएनएन। त्योहारी सीजन के चलते देहरादून से चलने वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ने जा रही है। आगामी 15 अक्टूबर के बाद देहरादून से चलने वाली मसूरी एक्सप्रेस व देहरादून-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस का संचालन शुरू होगा। रेलवे प्रबंधन ने इन ट्रेनों के संचालन को अनुमति दे दी है। हालांकि अभी इनके संचालन की तिथि निर्धारित नहीं हुई है।

loksabha election banner

कोरोना महामारी के चलते देशभर में लगे लॉकडाउन में देहरादून से भी सभी ट्रेनों का संचालन ठप था। एक जून से दो जनशताब्दी ट्रेनों के संचालन की अनुमति मिली। इसके बाद सितंबर में एक और ट्रेन का संचालन शुरू किया गया। अब त्योहारी सीजन को देखते हुए रेलवे कुछ और ट्रेन चलाने जा रहा है। देहरादून रेलवे स्टेशन के अपर स्टेशन अधीक्षक (आपरेशन) सीताराम शंकर ने बताया कि त्योहारों को देखते हुए 40 जोड़ी ट्रेनें चलाई जानी हैं। इनमें देहरादून से चलने वाली मसूरी एक्सप्रेस व नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस शामिल हैं। जल्द ही इनके संचालन की तिथि तय की जाएगी। बताया कि दोनों ट्रेनें पूर्व से निर्धारित समय पर ही चलेंगी। देहरादून से चलकर पुरानी दिल्ली जाने वाली मसूरी एक्सप्रेस दून से शाम नौ बजकर 25 मिनट पर चलती है, जबकि देहरादून-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस दून से शाम पांच बजे रवाना होती है।

यह भी पढ़ें: Unlock 5.0 में पिकनिक स्पॉट हुए गुलजार, बड़ी तादाद में उमड़े पर्यटक; शाम को रेंगते नजर आए वाहन

परीक्षा स्पेशल ट्रेन दौड़ रही खाली

सिविल सेवा परीक्षा के लिए छात्रों को यातायात सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चलाई गई परीक्षा स्पेशल ट्रेन रेलवे की प्रचार-प्रसार की कमी के चलते खाली ही दौड़ती रही। इन ट्रेनों के संचालन से किसी भी छात्र को लाभ नहीं मिला, जिससे रेलवे को राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा। रेलवे अगर इन ट्रेनों को चलाने से पहले इनका प्रचार-प्रसार करता तो बड़ी संख्या में छात्र इसका लाभ भी उठाते। इससे पहले हुई परीक्षाओं के दौरान ट्रेनों में पैर रखने तक की जगह नहीं मिलती थी। लेकिन, इस बार परीक्षा स्पेशल ट्रेन भी खाली दौड़ रही है।

यह भी पढ़ें: Unlock 5.0 में मिली छूट के बाद अब उत्तराखंड में इसदिन से खुलेंगे पार्क और सेंचुरी, जान लें नियम भी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.