प्रेम प्रसंग में युवक की चाकू से गोदकर हत्या
प्रेम प्रसंग में शुक्रवार देर रात कोतवाली क्षेत्र की मुस्लिम कॉलोनी में एक युवक कीे चाकुओं से गोदकर हत्याकर कर दी गई।
जागरण संवाददाता, देहरादून: प्रेम प्रसंग में शुक्रवार देर रात कोतवाली क्षेत्र की मुस्लिम कॉलोनी में एक युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। विवाद के दौरान चार अन्य लोगों पर भी हमला किया गया, जिनमें से एक की हालत नाजुक बनी हुई है। उसे महंत इंदिरेश अस्पताल में आइसीयू में रखा गया है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ हत्या और जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
हत्या की पृष्ठभूमि शुक्रवार शाम से बनने लगी थी। पुलिस को भी इस विवाद की भनक लगी, मगर एहतियाती कदम न उठाने का दुष्परिणाम देर रात युवक की हत्या के रूप में सामने आया। दरअसल, आरोपित हाशिम (22) पुत्र हसीन का मुस्लिम कॉलोनी की ही एक नाबालिग लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था। शुक्रवार शाम हाशिम लड़की के घर की छत पर खड़ा था। आरोप है कि इस दौरान उसे एक लेटर दे रहा था, जिस पर लड़की के परिजनों की नजर पड़ गई। इसके बाद बवाल मच गया। परिजनों ने हाशिम को डांट-फटकार कर वहां से भगा दिया और लड़की को भी डांट लगाई। इसके बाद देर शाम हाशिम लड़की को लेकर सेलाकुई में अपने एक रिश्तेदार के घर चला गया। वहां लड़की को छोड़ने के बाद खुद वापस आ गया। हाशिम को कॉलोनी के लोगों ने देखा तो उससे लड़की के बारे में पूछताछ की, मगर वह लड़की के बारे में किसी तरह की जानकारी होने से साफ इन्कार कर गया। इस बीच सेलाकुई में जिसके घर हाशिम ने लड़की को छोड़ा था, उसने मुस्लिम कॉलोनी में अपने एक जानने वाले को फोन कर लड़की के यहां होने की जानकारी दे दी। इसके बाद कॉलोनी के आरिफ खान पुत्र असगर खान ने एक कार का बंदोबस्त किया, जिसके बाद बेबी अंसारी (हाशिम की मां), शादाब, व कौसर सेलाकुई गए और लड़की को लेकर शुक्रवार रात डेढ़ बजे के करीब लेकर आ गए।
लड़की के वापस आने के बाद एक बार फिर दोनों पक्षों से दर्जनों लोग जमा हो गए और हाशिम की इस हरकत के लिए उसे उलाहना देने लगे, जिससे विवाद काफी बढ़ गया। इस बीच वहां मौजूद आरिफ ने हाशिम को थप्पड़ जड़ दिया। आरोप है कि हाशिम भी तैश में आ गया और घर में जाकर वहां से चाकू उठा लाया और आरिफ पर ताबड़तोड़ कई वार कर दिए। आरिफ लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। उसे बचाने आए कौसर पुत्र मीर नईम, नसीम अहमद पुत्र अब्दुल मजीद, शादाब पुत्र अब्दुल सलाम व मोइन पुत्र मरगूब अहमद पर हाशिम ने हमला कर दिया। कौसर को पेट व टांगों में गहरे घाव आए हैं, उसे महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि शादाब को दून अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शाम को ही पुलिस को मिल गई थी सूचना
नाबालिग और फिर हाशिम के घर से गायब होने के बाद जब परिजन लड़की की तलाश कर थक गए, तब वह रात आठ से नौ बजे के बीच लक्खीबाग चौकी पहुंचे। तब पुलिस ने हासिम को बुलाया, लेकिन हाशिम लड़की के बारे में जानकारी होने से इन्कार करने लगा। तब पुलिस ने उस पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी। तभी लड़की के सेलाकुई में होने की भनक परिजनों को लग गई और यह भी पता चल गया कि उसे हाशिम ही सेलाकुई छोड़ कर आया है। इसके बाद जब लड़की के परिजन देर रात लड़की को लेकर पहुंचे तो हाशिम के घर के सामने बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। मगर इस सब की जानकारी होने के बाद भी पुलिस ने मौके पर जाने की जरूरत नहीं समझी। पुलिस रात के तीन बजे के करीब तब मौके पर पहुंची, जब पता चला कि कॉलोनी में एक युवक की हत्या हो गई। आरिफ का नहीं है दोनों परिवार से नाता
आरिफ इस विवाद में बेवजह कूदा। वह न तो हासिम का जानने वाला है और न ही लड़की के घर वालों से उसका कोई नाता है। फिर उसने लड़की को सेलाकुई से लाने के लिए न सिर्फ कार का बंदोबस्त किया, बल्कि सेलाकुई तक गया भी। वहां से आने के बाद जब हासिम के घर पर लोग उलाहना देने पहुंचे तब भी आरिफ सबसे आगे था और हासिम को तमाचा जड़ दिया। इससे हासिम पर खून सवार हो गया और उस पर चाकू से हमला कर दिया। धारा 144 लागू, फिर भी जुटे दर्जनों लोग
निकाय चुनाव को देखते हुए शुक्रवार शाम से धारा 144 प्रभावी हो गई है। फिर भी मुस्लिम कॉलोनी में देर रात एक जगह पर दर्जनों की संख्या में लोग जुटे। मगर पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगने पाई। यह सही है कि शुक्रवार शाम दोनों पक्ष लक्खीबाग चौकी पर आए थे। मगर इसके बाद लड़की मिल गई। दोनों पक्षों को समझा-बुझा कर भेज दिया गया। यह उम्मीद नहीं कि इस प्रकरण में कोई तीसरा व्यक्ति (आरिफ, जिसकी हत्या हुई) आरोपित से झगड़ा कर लेगा। फिलहाल मामले के हर पहलू की जांच की जा रही है। यदि किसी के स्तर से लापरवाही बरते जाने की बात सामने आएगी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- निवेदिता कुकरेती, एसएसपी