कोरोना संक्रमण के चलते नगर निगम फिर दो दिन के लिए बंद
नगर निगम एक बार फिर कोरोना की वजह से दो दिन के लिए बंद करना पड़ा। मंगलवार सुबह एक सफाई सुपरवाइजर में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि होने पर नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने आमजन के लिए तत्काल दफ्तर बंद करने के आदेश दे दिए।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के चलते पिछले पूरे सप्ताह बंद रहा नगर निगम एक बार फिर कोरोना की वजह से दो दिन के लिए बंद करना पड़ा। मंगलवार सुबह एक सफाई सुपरवाइजर में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि होने पर नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने आमजन के लिए तत्काल दफ्तर बंद करने के आदेश दे दिए। दफ्तर आमजन के लिए बुधवार यानी आज भी बंद रहेगा। हालांकि, कार्मिकों को दफ्तर आना होगा।
पिछले एक माह से नगर निगम में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा। स्थिति यह है कि गुजरा पूरा सप्ताह निगम आमजन के लिए बंद रहा। अब दफ्तर सोमवार को फिर खुला था, लेकिन मंगलवार को दोबारा बंद करना पड़ा। स्वास्थ्य अनुभाग में तैनात एक सफाई सुपरवाइजर की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। यह पिछले दो दिन से निगम में आ रहा था। संक्रमित के संपर्क में कई अधिकारी व कर्मचारी भी आए हैं। इनकी सूची बना इन्हें होम आइसोलेट किया जा रहा है। नगर निगम में दो दिन सैनिटाइजेशन किया जाएगा। इसके साथ ही नगर आयुक्त ने बीमारी के लक्षण दिखने पर संबंधित कार्मिकों का टेस्ट कराने के आदेश भी दिए हैं। दफ्तर बंद किए जाने से हाउस टैक्स, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र समेत दाखिल-खारिज व नामांतरण के मामले भी रुक गए हैं।
विकास भवन में बाहरी व्यक्तियों के लिए नो एंट्री
कोरोना वायरस तकरीबन सभी सरकारी दफ्तरों में दस्तक दे चुका है। इसे देखते हुए एहतियातन विकास भवन में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस बाबत विकास भवन के बाहर एक नोटिस भी चस्पा किया गया है। फिलहाल विकास भवन में सिर्फ विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को ही प्रवेश मिलेगा।
विकास भवन में बाहरी व्यक्तियों के लिए नो एंट्री
कोरोना वायरस तकरीबन सभी सरकारी दफ्तरों में दस्तक दे चुका है। इसे देखते हुए एहतियातन विकास भवन में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस बाबत विकास भवन के बाहर एक नोटिस भी चस्पा किया गया है।
सरकारी दफ्तरों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्य विकास अधिकारी निकिता खंडेलवाल ने विकास भवन में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित करने संबंधी नोटिस जारी किया था। फिलहाल विकास भवन में सिर्फ विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को ही प्रवेश मिलेगा। सुरक्षा के लिहाज से गेट पर चार पीआरडी जवान भी तैनात किए गए हैं।
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नई व्यवस्था के तहत अगर किसी व्यक्ति को प्रार्थना पत्र देना है तो वह कार्यालय की मेल आइडी पर भेज सकता है या फिर विकास भवन के गेट पर रखी डाक पेटिका में डाल सकता है। हर तीसरे दिन जिला विकास अधिकारी के डायरी कक्ष सहायक की ओर से ये शिकायतें संबंधित कार्यालय को भेजी जाएंगी।
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