देहरादून रेलवे स्टेशन का होगा कायाकल्प, एफआरआइ की तरह आएगा नजर
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। एमडीडीए और रेलवे लैंड डेवलपमेंट प्राधिकरण के मध्य एमओयू किया गया।
देहरादून, जेएनएन। देहरादून रेलवे स्टेशन के कायाकल्प की तरफ ठोस कदम बढ़ा दिया गया है। इसकी शुरुआत गुरुवार को मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) व रेलवे लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (आरएलडीए) के साथ अंतिम एमओयू के रूप में की गई। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की उपस्थित में एमडीडीए उपाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव और रेलवे अथॉरिटी के उपाध्यक्ष वेद प्रकाश ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
गुरुवार को एमओयू पर हस्ताक्षर करने के दौरान एमडीडीए उपाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि देश की धरोहर वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) के अग्र भाग (फसाड) की तरह ही रेलवे स्टेशन का स्वरूप नजर आएगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले किए गए प्रारंभिक स्तर के एमओयू के तहत रेलवे स्टेशन पुनर्विकास परियोजना की फिजिबिलिटी स्टडी, डिटेल मास्टर प्लानिंग, अर्बन प्लानिंग, डीपीआर आदि तैयार की जा चुकी है। यह कार्य ज्ञान पी माथुर एंड एसोसिएट्स प्रा.लि. के माध्यम से किया गया। इस अवसर पर सचिव मुख्यमंत्री राधिका झा, एमडीडीए सचिव एसएल सेमवाल, जीसी गुणवंत उपस्थित रहे।
उत्तराखंड की पहाड़ी शैली पर आधारित होगा निर्माण: रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के कायरें में नए भवनों का अग्रभाग जहां एफआरआइ की तरह होगा, वहीं शेष हिस्सा उत्तराखंड की पहाड़ी शैली के अनुरूप तैयार किया जाएगा। खास बात यह भी कि जिस तरह पुरानी टिहरी में घंटाघर का निर्माण किया गया था, उसी तरह यहां भी घंटाघर बनाया जाएगा।
दो साल में आकार लेगी 507 करोड़ रुपये की परियोजना
एमडीडीए उपाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि परियोजना की लागत करीब 507 करोड़ रुपये आंकी गई है। निर्माण कार्य शुरू करने के लिए इसी माह में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी। इसके बाद रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए दो साल का समय दिया जाएगा और अन्य सभी काम को पूरा करने की अवधि तीन साल रखी जाएगी।
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कायाकल्प में इस तरह विकसित होगा स्टेशन
-रेलवे स्टेशन परिसर में मुख्य सड़क पर मुख्य द्वार का निर्माण किया जाएगा।
-यातायात के सुगम प्रबंधन को भंडारी बाग के छोर पर भी गेट बनाया जाएगा।
-स्टेशन पर प्रवेश व निकास के लिए अलग-अलग व्यवस्था रहेगी।
-किफायती दरों वाले और स्टार होटल का निर्माण किया जाएगा।
-कमर्शियल स्पेस दिया जाएगा।
-पार्किंग के पुख्ता इंतजाम रहेंगे।
-दिव्यांगजनों के लिए सभी तरह की सुविधाएं रहेंगी।
-आवासीय व्यवस्था भी परियोजना में विकसित होगी।
-पैदल यात्रियों के लिए पेडिस्टियन प्लाजा बनाया जाएगा।
-अंडरपास का निर्माण भी परियोजना का हिस्सा है।
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