उत्तराखंड में एक साल में लगी डेढ़ करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराक
कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान का एक साल पूरा हो चुका है। इस दौरान उत्तराखंड में वैक्सीन की एक करोड़ 51 लाख 41 हजार 873 खुराक लग चुकी हैं। जिनमें 77 लाख 4 हजार 960 खुराक पुरुष व बाकी महिलाओं को लगी है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना के खिलाफ जंग में वैक्सीन एक अहम हथियार मानी जा रही है। खास बात ये है कि टीकाकरण अभियान को एक साल पूरा हो चुका है। पिछले साल 16 जनवरी को स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाने के साथ अभियान की शुरुआत हुई थी। अगर उत्तराखंड की बात करें तो अब तक प्रदेश में वैक्सीन की डेढ़ करोड़ से अधिक खुराक लग चुकी हैं। अच्छी बात ये है कि स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ ही 60 साल से अधिक के व्यक्तियों को अब प्रिकाशन डोज भी लगनी शुरू हो गई है। यह अभियान भी तेज गति से चल रहा है। राज्य में ही अब तक साढ़े 96 हजार से अधिक प्रिकाशन डोज लग चुकी है।
राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डा. कुलदीप सिंह मर्तोलिया ने बताया कि सोमवार तक प्रदेश में वैक्सीन की एक करोड़ 51 लाख 85 हजार 501 खुराक लगाई गई हैं। जिनमें 83 लाख 47 हजार 582 प्रथम खुराक और 67 लाख 41 हजार 372 व्यक्तियों को दोनों खुराक लग चुकी हैं। वहीं, 96 हजार 547 व्यक्तियों को तीसरी खुराक, यानी प्रिकाशन डोज भी लग गई है। लिंगवार वैक्सीन की खुराक की गणना करें तो 77 लाख 21 हजार 977 खुराक पुरुष और 73 लाख 60 हजार 844 खुराक महिलाओं को दी गई है। सबसे ज्यादा 94 लाख 12 हजार 934 खुराक 18-44 आयुवर्ग को दी गई है। 15-17 साल के किशोरों में भी अब तक साढ़े तीन लाख से अधिक को प्रथम खुराक दी जा चुकी है। इनकी संख्या तीन लाख 56 हजार 752 है। उनका कहना है कि वैक्सीन इस महामारी से बचाव का एक बड़ा हथियार है। जिस किसी ने भी टीका लगाया है उसके संक्रमित होने पर भी ज्यादा गंभीर लक्षण नहीं दिखे हैं। ऐसे में अपनी बारी आने पर वैक्सीन जरूर लगाएं।