एनएच-74 मुआवजा घोटाले में मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज
एनएच-74 के निर्माण में किए गए घोटाले में अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने भी मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज कर लिया है।
देहरादून, [जेएनएन]: एनएच-74 के निर्माण में किए गए 300 करोड़ रुपये के घोटाले में अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने भी केस दर्ज कर लिया है। यह मामला ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) में दर्ज किया है। अब अधिकारी इस दिशा में विधिवत कार्रवाई करते हुए चार्जशीट तैयार करेगी। बहुत संभव है कि जल्द अधिकारी मामले के आरोपितों की संपत्ति अटैच करने की कार्रवाई शुरू कर दें।
पिछले साल एनएच-74 घोटाला प्रकाश में आने और एफआइआर के बाद ईडी ने भी इस मामले में अपनी दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी थी। पहले ईडी अधिकारियों ने पुलिस से इसकी एफआइआर मांगी और फिर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल होने का इंतजार किया। चार्जशीट की प्रति प्राप्त करने के बाद भी लंबे समय तक ईडी अपने स्तर पर छानबीन में जुटा रहा। जबकि अब बुधवार को ईडी के उप निदेशक रवींद्र जोशी ने एनएच-74 घोटाले में विविधत केस दर्ज कर लिया। इस घोटाले को अंजाम देने के लिए भूमि अधिग्रहण में कृषि भूमि को कमर्शियल दिखाकर करीब 300 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है।
काश्तकार भी आएंगे जांच के दायरे में
एनएच घोटाले की जांच पहले से ही एसआइटी कर रही है और अब तक 20 लोगों को जेल भेजने के साथ ही एक दर्ज से अधिक आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की जा चुकी है। इन आरोपितों की संपत्ति अटैच करने की कार्रवाई तो ईडी सीधे तौर पर कर ही सकता है, साथ ही प्रकरण में दर्जनों काश्तकार भी ईडी के रडार पर आ सकते हैं। क्योंकि एसआइटी एनएच निर्माण कार्य में मुआवजा लेने वाले 60 से अधिक काश्तकारों के बैंक खाते पहले ही फ्रीज कर चुकी है। ऐसे में ईडी अधिकारी अब इन खातों में जमा रकम को भी जांच के दायरे में लाने की कार्रवाई शुरू कर सकते हैं।
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