विधायक ऑडियो प्रकरण में फैसला आज
पंचायत चुनाव के दौरान जिला पंचायत सदस्य पद के भाजपा समर्थित प्रत्याशी के खिलाफ सोशल मीडिया में वायरल हुए विधायक उमेश शर्मा काऊ के ऑडियो प्रकरण में रविवार को पार्टी फैसला लेगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून:
पंचायत चुनाव के दौरान जिला पंचायत सदस्य पद के भाजपा समर्थित प्रत्याशी के खिलाफ सोशल मीडिया में वायरल हुए विधायक उमेश शर्मा काऊ के ऑडियो प्रकरण में रविवार को पार्टी फैसला लेगी। इस सिलसिले में रविवार शाम को अहम बैठक बुलाई गई है। प्रदेश अध्यक्ष भट्ट के मुताबिक बैठक में विधायक काऊ की ओर से दिए गए स्पष्टीकरण पर चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा।
पंचायत चुनाव के पांच अक्टूबर को हुए पहले चरण के चुनाव के दौरान रायपुर विकासखंड में जिला पंचायत सदस्य की अस्थल सीट से भाजपा समर्थित प्रत्याशी के खिलाफ विधायक काऊ का एक ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। ऑडियो प्रकरण को अनुशासनहीनता मानते हुए भाजपा ने छह अक्टूबर की शाम को विधायक काऊ को कारण बताओ नोटिस जारी किया। इसमें विधायक को तीन दिन के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा गया था।
मामले में तब नया मोड़ आया, जब जारी होने से अगले दिन तक विधायक को नोटिस नहीं मिला। अलबत्ता, सोशल मीडिया में यह नोटिस जारी होने के साथ ही छाया हुआ था। बाद में आठ अक्टूबर को प्रदेश भाजपा कार्यालय से विशेष वाहक भेजकर विधायक के कार्यालय में नोटिस हस्तगत कराया गया। इसके बाद विधायक काऊ ने भी जवाब देने में देरी नहीं लगाई और आठ अक्टूबर की शाम को प्रदेश भाजपा कार्यालय जाकर कार्यालय सचिव पुष्कर काला को बंद लिफाफे में अपना स्पष्टीकरण सौंप दिया।
इस बीच प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और प्रदेश महामंत्री राजेंद्र भंडारी के देहरादून से बाहर होने के कारण विधायक के स्पष्टीकरण के मसले पर फैसला नहीं हो पाया था। अब प्रदेश अध्यक्ष भट्ट रविवार को दिल्ली से देहरादून लौट रहे हैं। संपर्क करने पर भट्ट ने बताया कि रविवार शाम को देहरादून में होने वाली बैठक में तीनों प्रांतीय महामंत्री व प्रदेश महामंत्री संगठन मौजूद रहेंगे। बैठक में विधायक काऊ के स्पष्टीकरण पर भी चर्चा कर इस संबंध में फैसला लिया जाएगा।
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नई गाइडलाइन पर भी चर्चा संभव
भाजपा की रविवार को होने वाली अहम बैठक में विधायकों की जुबान फिसलने और उनके पार्टी की गाइडलाइन से बाहर जाने के मसले पर भी चर्चा होगी। बताया गया कि इस सिलसिले में विधायकों के लिए नई गाइडलाइन को लेकर भी विमर्श हो सकता है। साथ ही 14 अक्टूबर को होने वाली सांसदों व विधायकों की बैठक में विधायकों से अपनी वाणी पर संयम रखने और पार्टी लाइन से बाहर न जाने के संबंध में हिदायत दी जा सकती है।