गुमशुदा बच्चों के चेहरों पर ऑपरेशन स्माइल बिखेरेगा मुस्कान, दो माह चलेगा अभियान
गुमशुदा चल रहे बच्चों की तलाश को उत्तराखंड पुलिस दो माह का विशेष अभियान चलाएगी। यह अभियान एक दिसंबर से दो माह तक चलाया जाएगा।
By Edited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 03:00 AM (IST)Updated: Sun, 01 Dec 2019 03:55 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। राज्य गठन के बाद से गुमशुदा चल रहे बच्चों की तलाश को उत्तराखंड पुलिस दो माह का विशेष अभियान चलाएगी। यह अभियान एक दिसंबर से दो माह तक चलाया जाएगा। ऑपरेशन स्माइल और ऑपरेशन शिनाख्त के नाम से चलने वाले इस अभियान में गुमशुदा बच्चों की तलाश के साथ ही अज्ञात शवों की भी पहचान करने की पूरी कोशिश की जाएगी।
पुलिस महानिदेशक अपराध और कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि अभियान के लिए देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंह नगर में पांच-पांच और अन्य जिलों में दो-दो टीमों का गठन किया गया है। एक टीम में एक दारोगा के साथ चार आरक्षी शामिल होंगे। गुमशुदा बच्चों और महिलाओं से पूछताछ के लिए टीम में एक महिला पुलिसकर्मी को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाएगा। इसके साथ टीमों की सहायता के लिए एक-एक विधिक और तकनीकी टीम का भी गठन किया गया है।
देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी के साथ अन्य जिलों में सीओ को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। पुलिस मुख्यालय स्तर पर अपर पुलिस अधीक्षक अपराध और कानून व्यवस्था को नोडल अफसर बनाया गया है। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान शेल्टर होम, ढाबों, कारखानों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन आदि पर रह रहे बच्चों और वयस्कों का सत्यापन अनिवार्य तौर पर किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। बच्चों के साथ अपराध पर तुरंत दर्ज होगा मुकदमा अभियान के दौरान यदि कोई बच्चा अपने साथ अपराध होने की शिकायत करता है तो ऐसे मामलों में तत्काल अभियोग पंजीकृत कर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि अभियान को शुरू करने से पहले सभी जिलों में कार्यशाला आयोजित कर टीम के सदस्यों को बच्चों से संबंधित कानूनों, प्रावधानों आदि की जानकारी दे दी जाए। इस अभियान में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी, समाज कल्याण विभाग, महिला और बाल विकास विभाग, चिकित्सा और परिवार कल्याण विभाग, अभियोजन, श्रम, संप्रेक्षण गृह, चाइल्ड हेल्पलाइन व अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाएगा।
1561 बच्चों को मिलाया परिजनों से वर्ष 2015 से 2018 के बीच चले ऑपरेशन स्माइल में उत्तराखंड के 868 और गैर राज्यों के 693 समेत कुल 1561 बच्चों को उनके परिजनों से मिलाया गया था। इसके साथ ही वर्ष 2018 में एक मई से बीस जुलाई तक चले ऑपरेशन शिनाख्त में कुल 68 अज्ञात शवों की पहचान की गई थी और 424 गुमशुदा लोगों को बरामद किया गया था।
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