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यहां बंजर खेतों में लगया कैंपिंग टैंट, प्रवासियों को किया क्‍वारंटाइन; सभी काफी खुश

उत्तरकाशी के अगोड़ा गांव में बंजर खेतों कैंपिंग टेंट लगाए गए हैं। जिनके अंदर प्रवासियों को क्वारंटाइन किया जा रहा है। जिसको लेकर प्रवासी काफी खुश हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 23 May 2020 05:33 PM (IST)Updated: Sat, 23 May 2020 05:33 PM (IST)
यहां बंजर खेतों में लगया कैंपिंग टैंट, प्रवासियों को किया क्‍वारंटाइन; सभी काफी खुश
यहां बंजर खेतों में लगया कैंपिंग टैंट, प्रवासियों को किया क्‍वारंटाइन; सभी काफी खुश

उत्तरकाशी, शैलेंद्र गोदियाल। पंचायत क्वारंटाइन में पंचायत भवन व स्कूलों की जर्जर स्थिति और अव्यवस्थाओं को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। लेकिन, उत्तरकाशी के अगोड़ा गांव में बंजर खेतों कैंपिंग टेंट लगाए गए हैं। जिनके अंदर प्रवासियों को क्वारंटाइन किया जा रहा है। जिसको लेकर प्रवासी काफी खुश हैं। अगोड़ा ग्राम पंचायत की यह पहल अपने संसाधनों पर की गई।

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विश्व स्तरीय पर्यटक स्थल डोडीताल का बेस कैंप गांव अगोड़ा है। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर अगोड़ा गांव में शनिवार तक विभिन्न राज्यों से 10 लोग पहुंचे हैं। इनमें 4 लोगों को जूनियर हाईस्कूल के भवन में क्वारंटाइन किया गया है।

जूनियर हाईस्कूल के भवन में शारीरिक दूरी के मानकों के अनुसार 4 से अतिरिक्त लोगों के ठहरने और अतिरिक्त शौचालय की व्यवस्था नहीं हैं। जिसके बाद प्रधान मुकेश पंवार ने अपनी ट्रैकिंग कंपनी माउंटेन पैराडाइज से टेंट और सिलिपिंग बैंग लिये। 18 कैंपिंग टेंट लगा दिए हैं। अभी तक छह प्रवासी युवक को प्रधान ने टेंट में क्वारंटाइन किया।

इन प्रवासियों को गैस, राशन व बर्तन भी दिए गए हैं। गांव की ओर से की गई इस व्यवस्था को लेकर सभी युवक काफी खुश है। इन युवकों ने गांव लौटने वाले आने 12 अन्य साथियों को भी इसकी सूचना दी तथा गांव की ओर से क्वारंटाइन का बेहतर प्रबंधन बताया है। 

गांव के प्रधान मुकेश पंवार कहते हैं कि जो टेंट लगाए गए हैं वे गांव के पास ही बंजर पड़े खेतों में लगाए गए हैं। जब गांव के सभी प्रवासी युवक गांव पहुंचेंगे तो बंजर खेतों को भी उपजऊ बनाएंगे। उन्होंने बताया कि हर टेंट में केवल एक ही व्यक्ति को क्वारंटाइन किया जाएगा। साथ ही हर व्यक्ति के लिए अलग अस्थाई शौचालय भी बनाया गया है।

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