बंदी के विरोध में कांग्रेसी हुए मुखर, महानगर कांग्रेस ने डीएम को व्यापारी की समस्याओं से कराया अवगत
कोरोना महामारी के मद्देनजर शहर में शनिवार और रविवार को बंदी के व्यापारियों के एक वर्ग के प्रस्ताव का महानगर कांग्रेस ने भी विरोध किया है।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना महामारी के मद्देनजर शहर में शनिवार और रविवार को बंदी के व्यापारियों के एक वर्ग के प्रस्ताव का महानगर कांग्रेस ने भी विरोध किया है। पार्टी के कार्यकर्त्ताओं का यह भी कहना है कि राज्य में प्रवेश करने वालों को सरकार कोविड-19 टेस्ट के दाम में छूट दे। जिससे आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों को परेशानी का सामना न करना पड़े। इस बाबत महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
महानगर अध्यक्ष ने ज्ञापन में जिलाधिकारी को बताया कि पिछले लॉकडाउन में महानगर के व्यापारियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था। खासकर छोटे और फड़ व्यवसायियों के सामने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी जुटाने का भी संकट खड़ा हो गया था। इस वर्ग को अभी भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब कुछ व्यापारियों के प्रस्ताव पर देहरादून में शनिवार व रविवार को बंदी लगाने की पहल की जा रही है। जो कि छोटे व्यावसायिक प्रतिष्ठान चलाने वालों के हित में नहीं है। बंदी में हेयर सैलून जैसे छोटे प्रतिष्ठान चलाने वाले कई व्यवसायी बेरोजगार हुए हैं।
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार बाहरी राज्यों से उत्तराखंड की सीमा में प्रवेश करने वालों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य रूप से किया जा रहा है, मगर इसके लिए तय की गई धनराशि ज्यादा है। गरीब व्यक्ति के लिए यह धनराशि चुकाना परेशानी भरा है। ऐसे में वह आवश्यक कार्य होने पर भी राज्य में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। इसलिए सरकार को इसमें रियायत देनी चाहिए। जिलाधिकारी से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में पूर्व विधायक राजकुमार, केवल पुंडीर, शकील अहमद, राजीव पुंज, मोहेंद्र मल्होत्रा आदि भी शामिल रहे।