उत्तराखंड में शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों में चलेगी स्मार्ट क्लास
उत्तराखंड में शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों को स्मार्ट क्लास ई-लर्निग और वर्चुअल क्लास की सुविधा से लैस किया जाएगा।
By Edited By: Published: Tue, 24 Dec 2019 09:35 PM (IST)Updated: Wed, 25 Dec 2019 04:15 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में 2020 तक हर स्कूल में पेयजल, फर्नीचर, शौचालय, कंप्यूटर और स्मार्ट क्लास की सुविधा दी जाएगी। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मंगलवार को विधानसभा में हुई समीक्षा बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों को स्मार्ट क्लास, ई-लर्निग और वर्चुअल क्लास की सुविधा से लैस किया जाएगा।
डॉ. रावत ने श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा से संबंधित कार्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अंतर्गत बीरोंखाल के चोपताखाल और थलीसैंण के कुठसाल में नए इंटर कॉलेज भवन का निर्माण किया जाएगा। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे इस बारे में जल्द प्रस्ताव भेजना सुनिश्चित करें। डॉ.रावत ने छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर पुराने खतरनाक भवनों को ध्वस्त कराकर नए भवन बनाने के निर्देश भी दिए।
बैठक में कहा गया कि पेशावर कांड के नायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के गांव मासौं और श्रीनगर एसएसबी में केंद्रीय विद्यालय खोले जाने की मांग से संबंधित प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा। यह भी जानकारी दी गई कि श्रीनगर विस क्षेत्र में चल रहे दरीमुक्त अभियान के तहत 17 हजार छात्रों को फर्नीचर दिया गया है। शेष चार हजार छात्रों को 2020 तक फर्नीचर मुहैया कराया जाएगा।
इस अवसर पर थलीसैंण, पाबौ और खिर्सू क्षेत्रों में मार्च 2020 तक हर स्कूल-कॉलेज को शत-प्रतिशत फर्नीचर उपलब्ध कराने और क्षेत्र के प्रत्येक इंटर कॉलेज में दो-दो कंप्यूटर की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में सचिव शिक्षा आर.मीनाक्षी सुंदरम, निदेशक विद्यालयी शिक्षा आरके कुंवर, अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा रामकृष्ण उनियाल समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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