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Smart City: महापौर ने दिए निर्देश, जो सड़कें मुक्त हो गई; वहां तुरंत हो मरम्मत

जिन सड़कों को काम करने के बाद स्मार्ट सिटी कंपनी मुक्त कर रही है वहां तुरंत मरम्मत करने के निर्देश दिए गए हैं। यह निर्देश स्मार्ट सिटी की 13वीं सिटी लेवल एडवाइजरी फोरम की बैठक में महापौर और राजपुर विधायक ने दिए।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 06:04 PM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 06:04 PM (IST)
Smart City: महापौर ने दिए निर्देश, जो सड़कें मुक्त हो गई; वहां तुरंत हो मरम्मत
जो सड़कें मुक्त हो गई; वहां तुरंत हो मरम्मत।

देहरादून, जेएनएन। जिन सड़कों को काम करने के बाद स्मार्ट सिटी कंपनी मुक्त कर रही है, वहां तुरंत मरम्मत करने के निर्देश दिए गए हैं। यह निर्देश स्मार्ट सिटी की 13वीं सिटी लेवल एडवाइजरी फोरम की बैठक में महापौर और राजपुर विधायक ने दिए। वहीं, स्मार्ट सिटी अधिकारियों ने बताया कि अब तक मरम्मत कार्यों के लिए 3.19 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं।

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शनिवार को बैठक को संबोधित करते हुए महापौर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ बाजार में भीड़ बढ़ने लगी है। ऐसे में व्यस्त स्थानों पर रात में काम तेज गति से किया जाए। वहीं, राजपुर विधायक ने कहा कि सड़कों की खोदाई के दौरान असुविधा जरूर होती है, लेकिन जहां काम पूरा हो गया है उन सड़कों को अविलंब दुरुस्त कर दिया जाए। जहां नए कार्य शुरू किए जा रहे हैं, वहां ट्रैफिक पुलिस, जल संस्थान, दूरसंचार जैसी एजेंसी को सूचित कर दिया जाए। 

बैठक में स्मार्ट सिटी कंपनी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी जीसी गुणवंत ने लोनिवि प्रांतीय खंड को निर्देश दिए कि शनिवार रात से बुद्धा चौक, सेंट थॉमस स्कूल रोड आदि में मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाए। इसके अलावा फोरम के समक्ष स्मार्ट सिटी के विभिन्न कार्यों की प्रगति साझा की गई। बैठक में अपर नगर आयुक्त मोहन सिंह बॢनया, इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष पंकज गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

स्मार्ट रोड पर तुरंत मरम्मत संभव नहीं

फोरम की बैठक में यह बात भी उठी कि एक काम पूरा होने के बाद सड़क को दुरुस्त कर दिया जाना चाहिए। इस पर अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी गुणवंत ने कहा कि स्मार्ट रोड के मामले में ऐसे संभव नहीं है, क्योंकि स्मार्ट रोड में सीवर लाइन बिछाने के बाद डक्ट का निर्माण भी किया जा रहा है। लिहाजा, सभी काम पूरे होने के बाद ही सड़क की मरम्मत की जा सकती है। अन्यथा बेवजह बजट खर्च होगा। जनता की सुविधा को देखते हुए राज्य में पहली बार सीवर लाइन भूमिगत ढंग से डाली जा रही है। ऐसे में निर्माण कार्य के दौरान सड़क बाधित भी नहीं की जा रही है। इतना जरूर है कि जहां पर भी पाइप डालने के लिए खोदाई की जा रही है, वहां पैचवर्क किया जा रहा है।

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रेसकोर्स में गंदे पानी की आपूर्ति, नहीं मिल रहा फॉल्ट

स्मार्ट रोड की खोदाई के दौरान हरिद्वार रोड पर जल संस्थान के पाइप में लीकेज आ गई है। इससे रेसकोर्स क्षेत्र में गंदा पानी पहुंच रहा है। फोरम में यह मामला उठाते हुए जनप्रतिनिधियों ने कहा कि लीकेज को तत्काल दुरुस्त किया जाए। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी गुणवंत ने बताया कि संबंधित क्षेत्र में पुरानी पेयजल लाइन हैं। बिना खोदाई उनकी स्थिति का पता नहीं चल पा रहा। ऐसे में जल संस्थान के अधिकारी भी अब तक यह पता लगाने में असमर्थ हैं कि फॉल्ट कहां पर आया है। फॉल्ट को खोजने का काम जारी है। जल्द इस समस्या को दूर कर दिया जाएगा।

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