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देहरादून: भवन मानचित्रों की अनदेखी पर चढ़ा सभासदों का पारा, ऐसे सुलझा मसला

छावनी परिषद क्लेमेनटाउन की बोर्ड बैठक में भवन मानचित्रों पर खासी गरमा-गरमी हुई। हुआ यह कि बोर्ड के सचिव अभिषेक सिंह राठौर ने 25 आवासीय और छह व्यवसायिक भवनों के मानचित्र स्वीकृति के लिए बोर्ड के समक्ष रखे।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 10:48 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 10:48 AM (IST)
देहरादून: भवन मानचित्रों की अनदेखी पर चढ़ा सभासदों का पारा, ऐसे सुलझा मसला
भवन मानचित्रों की अनदेखी पर चढ़ा सभासदों का पारा।

देहरादून, जेएनएन। छावनी परिषद क्लेमेनटाउन की बोर्ड बैठक में भवन मानचित्रों पर खासी गरमा-गरमी हुई। हुआ यह कि बोर्ड के सचिव अभिषेक सिंह राठौर ने 25 आवासीय और छह व्यवसायिक भवनों के मानचित्र स्वीकृति के लिए बोर्ड के समक्ष रखे। बोर्ड उपाध्यक्ष भूपेंद्र कंडारी और सभासदों ने नाराजगी व्यक्त करते कहा कि उनके द्वारा बताए गए किसी भी मानचित्र को इस एजेंडा में शामिल ही नहीं किया गया है। 

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इसे लेकर बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर रवि डिमरी ने सचिव को निर्देश दिए कि वह स्थलीय निरीक्षण करा मनाचित्रों को स्वीकृति प्रदान करें। इन भवन मानचित्रों को भी एजेंडा में शामिल समझा जाए, जिस पर उपाध्यक्ष और सभासद शांत हुए। उपाध्यक्ष ने कैंट अस्पताल में फिजियोथेरेपी की सुविधा शुरू करने की भी मांग रखी।

इस पर अध्यक्ष ने आश्वस्त किया कि जल्द ही यह सुविधा शुरू की जाएगी। बैठक में बंजारावाला माफी क्षेत्र में एक आवासीय कॉलोनी के लेआउट प्लान को सशर्त स्वीकृति प्रदान की गई। साथ ही विभिन्न विकास कार्यों को भी मंजूरी दी गई। इस दौरान पूर्व उपाध्यक्ष और सभासद सुनील कुमार, बीना नौटियाल, मोहम्मद तासीन, टेक बहादुर क्षेत्री, शाहीना अख्तर आदि उपस्थित रहे।

चानचक गांव के भवनों को नोटिस पर बिफरे उपाध्यक्ष

कैंट क्षेत्र के वार्ड नंबर-6 अंतर्गत चानचक गांव के 50 से ज्यादा भवनों के मानचित्र कैंट से पास नहीं हैं। कैंट बोर्ड ने पिछले माह इस सभी भवनों को सील करने के नोटिस जारी किए हैं। जिसका उपाध्यक्ष भूपेंद्र कंडारी ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह सभी अत्यंत निर्बल वर्ग के लोग हैं, जो मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करते हैं। ऐसे में इन्हें एक अवसर दिया जाना चाहिए। अगली बोर्ड बैठक में इनके भवन मानचित्र स्वीकृति के लिए रखे जाएं, जिस पर अध्यक्ष ने नियमानुसार कार्रवाई की बात कही है।

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