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एसजेवीएन के प्रबंध निदेशक ने नेपाल के पीएम से की मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई बात

एसजेवीएन के प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और उप प्रधानमंत्री बिष्णु प्रसाद पौडेल से शनिवार को काठमांडू में भेंट की। वह एसजेवीएन की ओर से बनाई जा रही नेपाल में नौ सौ मेगावाट अरुण-तीन जल विद्युत परियोजना के आधिकारिक दौरे पर गए हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sun, 11 Jul 2021 11:04 AM (IST)Updated: Sun, 11 Jul 2021 11:04 AM (IST)
एसजेवीएन के प्रबंध निदेशक ने नेपाल के पीएम से की मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई बात
एसजेवीएन के प्रबंध निदेशक ने नेपाल के पीएम से की मुलाकात।

जागरण संवाददाता, देहरादून। सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) के प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और उप प्रधानमंत्री बिष्णु प्रसाद पौडेल से शनिवार को काठमांडू में भेंट की। वह एसजेवीएन की ओर से बनाई जा रही नेपाल में नौ सौ मेगावाट अरुण-तीन जल विद्युत परियोजना के आधिकारिक दौरे पर गए हैं।

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नंदलाल शर्मा ने नेपाल के प्रधानमंत्री व उप प्रधानमंत्री को अरुण-तीन जल विद्युत परियोजना की प्रगति के संबंध में अवगत करवाया। उन्होंने एसजेवीएन को 679 मेगावाट लोअर अरुण-3 जलविद्युत परियोजना आवंटित करने के लिए नेपाल के प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। कहा कि जल विद्युत क्षेत्र के लिए एकीकृत नदी बेसिन विकास दृष्टिकोण सबसे अच्छा विकल्प है, क्योंकि यह आर्थिक व्यवहार्यता में परिणाम देता है, साथ ही ढांचागत विकास को बढ़ावा देता है।

एकीकृत नदी बेसिन विकास के परिणामस्वरूप संसाधनों का उपयोग होता है, जिससे कम लागत पर तेजी से परियोजनाएं पूरी होंगी। इससे क्षेत्र के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास भी सुनिश्चित होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वे अरुण बेसिन व नेपाल में अन्य स्थानों पर जल विद्युत परियोजनाओं को एसजेवीएन को आवंटित करने पर विचार करें। नंद लाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एसजेवीएन अरुण-3 पावर डेवलपमेंट कंपनी (एसएपीडीसी) नेपाल में नौ मेगावाट अरुण-3 जलविद्युत परियोजना तैयार कर रही है।

भारत के प्रधानमंत्री व नेपाल के प्रधानमंत्री ने संयुक्त रूप से एसजेवीएन की नौ सौ मेगावाट अरुण-3 जल विद्युत परियोजना की आधारशीला रखी। परियोजना की लागत 7000 करोड़ भारतीय रुपये होने का अनुमान है, जिसमें उत्पादन एवं पारेषण दोनों भाग शामिल हैं।


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