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तीन साल में 6.15 करोड़ खर्च, संघर्ष फिर भी बरकरार

तीन साल के वक्फे में मानव और वन्यजीव के बीच हो रहे संघर्ष को थामने के उपायों पर छह करोड़ से अधिक की राशि खर्च हो चुकी है। लेकिन अपेक्षित नतीजे नहीं मिल पा रहे।

By Edited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 08:54 PM (IST)
तीन साल में 6.15 करोड़ खर्च, संघर्ष फिर भी बरकरार
तीन साल में 6.15 करोड़ खर्च, संघर्ष फिर भी बरकरार
देहरादून, केदार दत्त। हर साल औसतन 43 लोगों की मौत और 266 घायल। 46 घरों को नुकसान, 275 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें चौपट और 4388 मवेशियों की मौत। यह है 71 फीसद वन भूभाग वाले उत्तराखंड में मानव-वन्यजीव संघर्ष की तस्वीर। हालांकि, तीन साल के वक्फे में इस संघर्ष को थामने के उपायों पर छह करोड़ से अधिक की राशि खर्च हो चुकी है, मगर अपेक्षित नतीजे नहीं मिल पा रहे। इससे राज्य सरकार की पेशानी पर भी बल पड़े हैं। 
मनुष्य और वन्यजीवों के बीच छिड़ी जंग राज्य में अब चिंताजनक स्थिति में पहुंच रही है। विभागीय आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। वर्ष 2013-14 से 2017-18 तक के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो इस अवधि में 217 लोगों की जान वन्यजीवों के हमले में गई, जबकि 1331 घायल हुए हैं। बड़े पैमाने पर मवेशियों, फसलों व भवनों की क्षति हुई, सो अलग। साफ है कि यह संघर्ष कम होने की बजाए विकराल रूप धारण करने लगा है। यही चिंता हर किसी को सता रही है। 
संघर्ष के पीछे वनों में बढ़ते मानवीय हस्तक्षेप, विकास और जंगल में सामंजस्य का अभाव जैसे कारण जरूर गिनाए जा रहे हैं, मगर समस्या से निबटने को ठोस रणनीति नहीं दिख रही। हालांकि, वर्ष 2016-17 से 2018-19 अवधि में 'मानव वन्यजीव संघर्ष रोकथाम' और 'मुख्यमंत्री उत्तराखंड राज्य वन्यजीवों की खेती सुरक्षा' योजनाओं में वन सीमा पर हाथी रोधी दीवार, खाई, सूअर व अन्य वन्यजीव रोधी दीवार, सोलर पावर फैन्सिंग जैसे उपायों पर 6.15 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। फिर भी यह मुहिम वह रंग नहीं जमा पाई, जिसकी दरकार है। वन्यजीवों के लगातार बढ़ते हमले इसकी तस्दीक कर रहे हैं। 
वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत का कहना है कि मानव-वन्यजीव संघर्ष को थामने के लिए सरकार गंभीर है। इसके न्यूनीकरण को ठोस एवं प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। जल्द ही इसे धरातल पर उतारा जाएगा। इसके साथ ही इस संघर्ष को थामने की दिशा में जनता का सहयोग भी लिया जाएगा।
मानव वन्यजीव संघर्ष रोकथाम 
वर्ष,               व्यय राशि (लाख में) 
2016-17,      121.99
2017-18,      244.77
2018-19,      67.48
(दिसंबर 2018 तक)
मुख्यमंत्री उत्तराखंड राज्य वन्यजीवों की खेती
सुरक्षा वर्ष,          व्यय राशि (लाख में)
2016-17,          40.00
2017-18,          49.35
2018-19,         91.86 (दिसंबर 2018 तक)

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