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संत सेवा आश्रम लक्ष्मणझूला के महंत गोविंद दास महाराज हुए ब्रह्मलीन

संत सेवा आश्रम लक्ष्मणझूला के महंत गोविंद दास महाराज का मंगलवार को बीमारी के बाद ब्रह्मलीन हो गए। संत समाज ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया है। गोविंद दास महाराज (65 वर्ष) पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 27 Apr 2021 03:06 PM (IST)Updated: Tue, 27 Apr 2021 03:06 PM (IST)
संत सेवा आश्रम लक्ष्मणझूला के महंत गोविंद दास महाराज हुए ब्रह्मलीन
संत सेवा आश्रम लक्ष्मणझूला के महंत गोविंद दास महाराज हुए ब्रह्मलीन।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। संत सेवा आश्रम लक्ष्मणझूला के महंत गोविंद दास महाराज का मंगलवार को बीमारी के बाद ब्रह्मलीन हो गए। संत समाज ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया है। श्रीराम तपस्थली परम पुरी के महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास महाराज ने बताया कि संत सेवा आश्रम के महंत गोविंद दास महाराज (65 वर्ष) पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। मंगलवार की सुबह वह ब्रह्मलीन हो गया। महंत गोविंद दास को स्पष्ट वादी और बेबाकी के लिए जाना जाता है। लक्ष्मण झूला आश्रम में गरीब और असहाय व्यक्तियों की सेवा के लिए वह वर्षों से कार्य कर रहे थे। सामाजिक कार्यों में भी उनकी अग्रणी भूमिका रहती थी। 

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अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय मंत्री ईश्वर दास महाराज ने बताया कि प्रदेश में जब भी कोई आपदा आई हो या कोरोना संक्रमण काल रहा हो सभी मौकों पर महंत गोविंद दास यथासंभव खुलकर सहायता करते थे। विरक्त वैष्णव मंडल से जुड़े तमाम संतो ने उनके ब्रह्मलीन होने पर दुख व्यक्त किया। रामानंद संप्रदाय से जुड़ा होने के कारण ने लक्ष्मण झूला गंगा तट पर अग्नि समाधि दी गई। इस मौके पर महंत सुरेश दास, महंत सीताराम दास, महंत निर्मल दास, पुजारी वृंदावन दास, डॉ. नारायण दास आदि मौजूद रहे।

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ग्राफिक एरा विवि के प्रो. महाजन का निधन

ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय के इंफ्रॉमेशन टेक्नोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रो. मनीष महाजन का सोमवार को निधन हो गया। वह कोरोना संक्रमित थे। उनके निधन की खबर मिलते ही विश्वविद्यालय में शोक की लहर है। 49 वर्षीय मनीष महाजन हरिद्वार निवासी थे। कुछ दिन पहले कोरोना का संक्रमण होने पर उन्हें सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, मगर काफी प्रयास के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। देर शाम प्रो. महाजन ने आखिरी सांस ली। वह कई वर्षों से ग्राफिक एरा विवि से जुड़े थे। वह अपने पीछे पत्नी और दो बच्चों को बिलखता छोड़ गए। ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इसे विवि परिवार के लिए बड़ी क्षति बताया है। 

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