अंशुल जैरथ व बिल्डर दीपक का लुक आउट नोटिस जारी
प्रापर्टी बेचने के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी कर विदेश में बैठे अंशुल जैरथ व दीपक मित्तल के खिलाफ पुलिस ने लुक आउट नोटिस (एलओसी) जारी कर दिए हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून: प्रापर्टी बेचने के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी कर विदेश में बैठे अंशुल जैरथ व दीपक मित्तल के खिलाफ पुलिस ने लुक आउट नोटिस (एलओसी) जारी कर दिए हैं। पुलिस की ओर से दोनों को बयान देने के लिए कई नोटिस जारी किए, लेकिन वह अपना पक्ष रखने के लिए पेश नहीं हुए। पुलिस के पास जैरथ के हांगकांग व दीपक के दुबई में होने की सूचना है।
खुड़बुड़ा निवासी अंशुल जैरथ के खिलाफ दो मुकदमे रायपुर और एक मुकदमा नेहरू कालोनी में दर्ज है। आरोप है कि जैरथ ने खरीदारों को ऐसी जमीन दिखाई, जो किसी और की थी। आरोपित ने जुलाई महीने में मियांवाला निवासी मोहित बुटोला से आवासीय परियोजना के निर्माण के नाम पर 87 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। इसके बाद हर्रावाला निवासी राकेश सुंदरियाल से जमीन दिलाने के नाम पर 65 लाख रुपये हड़प लिए। यह दोनों मुकदमे थाना रायपुर में दर्ज हैं। इसके बाद अक्टूबर में आमवाला नालापानी निवासी राजेश चौहान से जमीन दिलाने के नाम पर 30 लाख रुपये हड़प लिए और बाद में वह जमीन किसी और को बेच दी।
मामले की जांच कर रहे एसआइ वेद प्रकाश ने बताया कि अंशुल जैरथ हांगकांग में है। उसे बयान देने के लिए पत्राचार किया गया, लेकिन वह अब तक पेश नहीं हुआ। ऐसे में लुक आउट नोटिस जारी किए गए है। डिप्टी डायरेक्टर इमीग्रेशन, नई दिल्ली व विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय, मुंबई को पत्र भेजकर कहा गया है कि यदि आरोपित भारत में प्रवेश करता है तो तुरंत जानकारी साझा की जाए। दीपक मित्तल के खिलाफ दर्ज हैं नौ मुकदमे
फ्लैट दिलाने के नाम पर करीब 40 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपित बिल्डर दीपक मित्तल के खिलाफ थाना राजपुर व कोतवाली डालनवाला में नौ मुकदमे दर्ज हैं। पुष्पांजलि बिल्डर्स के निदेशक दीपक मित्तल के खिलाफ 2019 में थाना राजपुर में पहला मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद धोखाधड़ी के शिकार हुए निवेशक आगे आए और मुकदमे दर्ज करवाए। मौजूदा समय में दीपक मित्तल दुबई में बैठा है। दोनों आरोपितों के खिलाफ जमीन व फ्लैट के नाम पर धोखाधड़ी के कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। बार-बार बुलाने के बावजूद भी वह पेश नहीं हो रहे हैं। ऐसे में दोनों के लुक आउट नोटिस जारी किए गए हैं।
- जन्मेजय खंडूड़ी, एसएसपी, देहरादून