CBSE Board: बोर्ड परीक्षा में पूछे जाएंगे तार्किक क्षमता आधारित प्रश्न, दो खंडों में बंटा हिंदी का पेपर
सीबीएसई हर साल अपने प्रश्न पत्र में हम बदलाव करता आया है। इस साल पहले ही कोरोना वायरस के चलते पाठ्यक्रम 30 फीसद घटाया जा चुका है जिससे बोर्ड में प्रश्न नहीं पूछे जाने हैं। एक बड़ा बदलाव प्रश्न पूछने के पैटर्न से भी जुड़ा है।
देहरादून, जेएनएन। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) हर साल अपने प्रश्न पत्र में हम बदलाव करता आया है। इस साल पहले ही कोरोना वायरस के चलते पाठ्यक्रम 30 फीसद घटाया जा चुका है, जिससे बोर्ड में प्रश्न नहीं पूछे जाने हैं। एक बड़ा बदलाव प्रश्न पूछने के पैटर्न से भी जुड़ा है। इस साल से 12 वीं की बोर्ड परीक्षा में 10 फीसद क्षमता आधारित सवाल पूछे जाएंगे। इससे पहले 10वीं में 10 फीसद क्षमता आधारित सवाल पूछे जाते थे, जो इस साल बढ़कर 20 फीसद हो गए हैं। सीबीएसई बोर्ड के सैंपल पेपर से इस बात की पुष्टि हो रही है। वहीं, बोर्ड परीक्षाओं में प्रश्नों की संख्या भी घट सकती है।
सीबीएसई बोर्ड में बोर्ड परीक्षाओं के लिए छात्र-छात्राओं का पंजीकरण शुरू कर दिया है। इसके अलावा छात्र छात्राओं की सुविधा के लिए सैंपल पेपर भी जारी कर दिए गए हैं। सैंपल पेपर जारी होने के साथ ही इस साल बोर्ड परीक्षाओं में क्या बदलाव होने जा रहे हैं इस पर भी स्थिति साफ होने लगी है। बोर्ड परीक्षाओं में सबसे बड़ा बदलाव प्रश्नों के पैटर्न को लेकर दिख रहा है। सैंपल पेपर को देखें तो इस साल भर में 12वीं की परीक्षा में भी तार्किक क्षमता आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे। केवि आइटीबीपी में भूगोल के प्रवक्ता एके श्रीवास्तव ने बताया कि सीबीएसई बोर्ड छात्र-छात्राओं में रटने की प्रवृत्ति खत्म कर ज्यादा से ज्यादा प्रयोगात्मक ज्ञान देने के उद्देश्य से लगातार पाठ्यक्रम और प्रश्नपत्र में बदलाव कर रहा है। 12वीं कक्षा का भूगोल का सैंपल पेपर देखा जाए तो सेक्शन-ए में कुल 15 बहुविकल्पीय प्रश्न दिए गए हैं, जिसमें से 14 ही प्रश्न के उत्तर देना है। पहले इन प्रश्नों की संख्या 18 हुआ करती थी।
सेक्शन-बी में तार्किक क्षमता और नैतिक मूल्य आधारित प्रश्न दिए गए हैं, जिसमें डायग्राम या ग्राफ की सहायता से प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। एक बड़ा बदलाव लघु उत्तरीय और धीर्ग उत्तरीय प्रश्नों को लेकर किया गया है। पहले दोनों ही प्रश्नों के सेक्शन अलग हुआ करते थे, लेकिन अब दोनों को सेक्शन सी में दिए गया है। प्रश्न पत्र में ओवरऑल प्रश्नों की संख्या भी 30 से घटाकर 29 कर दी गई है। सबसे खास बात यह तार्किक क्षमता और नैतिक मूल्यों पर आधारित प्रश्न सभी विषयों में दिए जा रहे हैं। यह प्रश्न हमारे रोजमर्रा के जीवन में घटित होने वाली घटनाओं और इस्तेमाल होने वाले सामान या किसी दूसरे संसाधन पर आधारित होंगे।
10वीं के हिंदी के प्रश्न पत्र को दो खंडों में बांटा गया
इस साल 10वीं के हिंदी के प्रश्न पत्र को चार की बजाय दो खंडों में बांटा गया है, जिसमें 40 अंक वस्तुनिष्ठ प्रश्न और 40 अंक वर्णनात्मक प्रश्नों के लिए निर्धारित हैं। वहीं, 12वीं की बायोलॉजी में इस साल प्रश्न पत्र को पांच की बजाय चार भागों में बांटा गया है। प्रश्नों की संख्या भी 27 से बढ़ाकर 33 कर दी गई है, जिसमें से दो सवाल केस स्टडी के होंगे। 12वीं के अंग्रेजी कोर विषय का पेपर दो भागों में बंटा हुआ मिलेगा, जिसमें एक भाग में वस्तुनिष्ठ सवाल होंगे और दूसरे में वर्णनात्मक सवाल पूछे जाएंगे। हालांकि, सत्र 2019-20 की परीक्षा में इसे तीन भागों में बांटा गया था। 12वीं के मनोविज्ञान विषय में भी दो केस स्टडी के सवाल होंगे। मनोविज्ञान विषय में इस बार वस्तुनिष्ठ सवालों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। पिछले साल 17 सवाल वस्तुनिष्ठ थे। इस साल 21 सवाल वस्तुनिष्ठ पूछे जाएंगे।
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