गंगा तट पर मिलती है असीम शांति: लालकृष्ण आडवाणी
पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि गंगा के तट पर मुझे असीम शांति मिलती है। यहां आकर मैं और मेरे परिवार के लोग उनकी यादों को करीब से महसूस कर पाते हैं।
ऋषिकेश, [जेएनएन]: ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन पहुंचे भाजपा के वयोवृद्ध नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी पत्नी कमला को याद कर भावुक हो उठे। उन्होंने कहा कि 'गंगा के तट पर मुझे असीम शांति मिलती है।
यहां आकर मैं और मेरे परिवार के लोग उनकी यादों को करीब से महसूस कर पाते हैं।' इस दौरान उन्होंने आश्रम के योगा विलेज में कमला आडवाणी की याद में बनी 'रुद्राक्ष ध्यान वाटिका' में भी कुछ पल गुजारे।शुक्रवार को आडवाणी पुत्री प्रतिभा, पुत्र जयंत आडवानी, पुत्रवधू गीतिका और अन्य परिजनों के साथ आश्रम पहुंचे और गंगा पूजन किया।
भाजपा के स्थापना दिवस पर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के त्याग, सेवा, समर्पण, निष्ठा, लगन और मेहनत से ही आज यह बड़ा राजनीतिक संगठन है। उन्होने सभी से राष्ट्र भक्ति व राष्ट्र सेवा को अपना प्रथम लक्ष्य बनाने का आह्वान किया। बाद में उन्होंने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती के साथ पर्यावरण, निर्मल व अविरल गंगा के अस्तित्व में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की। इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती व साध्वी भगवती ने लालकृष्ण आडवाणी को रुद्राक्ष का पौधा भी भेंट किया।
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