परमार्थ निकेतन की साध्वी भगवती सरस्वती लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित
ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन की साध्वी डा. भगवती सरस्वती को स्वयंसेवी सेवाओं के प्रति आजीवन प्रतिबद्धता के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साध्वी भगवती सरस्वती 25 साल पहले भारत आई थीं।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन की साध्वी डा. भगवती सरस्वती को स्वयंसेवी सेवाओं के प्रति आजीवन प्रतिबद्धता के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साध्वी भगवती सरस्वती 25 साल पहले स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद जब पीएचडी करने भारत आई थीं। वह विगत 25 सालों से बच्चों, महिलाओं, प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित परिवारों, गंगा मां और सभी जल निकायों, पर्यावरण और हर जाति, धर्म, रंग, पंथ और प्रजातियों के सभी प्राणियों के लिए निस्वार्थ सेवा कर रही हैं। साध्वी भगवती सरस्वती, परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष और कई धर्मार्थ फाउंडेशनों के संस्थापक स्वामी चिदानंद सरस्वती की शिष्या हैं। इन दशकों में उनकी ओर से मानवता और प्रकृति को समर्पित कई सेवायें संचालित की जा रही है।
अमेरिका के राष्ट्रपति की ओर से स्वयंसेवी सेवा पुरस्कार उन व्यक्तियों, परिवारों और समूहों को मान्यता देता है, जिन्होंने जीवन में एक निश्चित मानक हासिल किया है। साध्वी भगवती सरस्वती को स्वयंसेवी सेवाओं के लिए पुरस्कार अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की ओर से हस्ताक्षरित प्रशस्तिपत्र प्रदान किया गया।
हाल ही में साध्वी भगवती का बेस्टसेलिंग पुस्तक, हालीवुड टू द हिमालय भी अगस्त में कैलिफोर्निया स्थित इनसाइट एडिशन ने प्रकाशित किया था। जिसमें उन्होंने बताया कि खुद को और हमारी इस दुनिया को बेहतर करने और सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए निस्वार्थ सेवा एक अद्भुत और महान शक्ति है।
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