Move to Jagran APP

लाइसेंस बनाने के लिए अब नहीं काटने होंगे कार्यालय के चक्कर, मिलेगी ये सुविधा

परिवहन विभाग में अब लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदकों को कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। विभाग अब यह पूरी व्यवस्था आनलाइन करने जा रहा है। इसके लिए इन दिनों एनआइसी के सहयोग से साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 04:20 PM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 04:20 PM (IST)
लाइसेंस बनाने के लिए अब नहीं काटने होंगे कार्यालय के चक्कर, मिलेगी ये सुविधा
लाइसेंस बनाने के लिए आवेदकों को नहीं काटने होंगे कार्यालय के चक्कर।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। परिवहन विभाग में अब लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदकों को कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। विभाग अब यह पूरी व्यवस्था आनलाइन करने जा रहा है। इसके लिए इन दिनों एनआइसी के सहयोग से साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस महीने के अंत तक आनलाइन लर्निंग लाइसेंस बनने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इससे आवेदक घर बैठे अथवा कामन सर्विस सेंटर के माध्यम से निर्धारित शुल्क जमा कर लर्निंग लाइसेंस बना सकेंगे। 

loksabha election banner

उत्तराखंड में अभी लर्निंग लाइसेंस बनाने के लिए अभ्यर्थियों को आनलाइन आवेदन करने के बाद नियत तिथि पर परीक्षा देने के लिए संभागीय परिवहन कार्यालय जाना होता है। यहां इनकी परीक्षा कंप्यूटर पर ली जाती है। प्राप्तांक के आधार पर इन्हें पास अथवा फेल किया जाता है। इसी आधार पर इन्हें लर्निंग लाइसेंस दिया जाता है। लर्निंग लाइसेंस बनाने के लिए, क्योंकि वाहन चलाने की परीक्षा नहीं होती, इसे देखते हुए अब केंद्र सरकार ने इस प्रक्रिया को आनलाइन करने के निर्देश दिए हैं।

इसके तहत आवेदक जब भी विभागीय पोर्टल पर लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन करेगा, उसे आनलाइन ही परीक्षा की तिथि मिल जाएगी। तय शुल्क और दस्तावेज जमा करने के बाद वह नियत तिथि पर घर बैठे-बैठे ही परीक्षा दे सकेगा। परीक्षा देने के कुछ ही समय बाद उसे परीक्षाफल के बारे में भी जानकारी मिल जाएगी। यदि वह पास होगा तो उसे लर्निंग लाइसेंस भी आनलाइन ही जारी कर दिया जाएगा। 

आयुक्त परिवहन दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि लर्निंग लाइसेंस आनलाइन बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए साफ्टवेयर में बदलाव किया जा रहा है। इसके साथ ही इसके लिए प्रश्नपत्र भी तैयार किया गया है। 60 फीसद सही उत्तर देने वालों को ही पास माना जाएगा। लर्निंग लाइसेंस बनाने के छह माह के भीतर लाइसेंस धारक को परमानेंट लाइसेंस बनाने के लिए कार्यालय ही आना होगा।

यह भी पढ़ें- आरटीओ में काम के स्लॉट दोबारा कम करने की तैयारी, जानिए वजह

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.