छात्रों को भूकंपीय घटनाओं से रूबरू करवा रही 'वेधशाला', सिखाया जाता है हर छोटी-बड़ी खबर पर नजर रखना
स्कूली छात्रों में विज्ञान व गणित के प्रति रुचि पैदा करने के लिए नित नए प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्रीय विद्यालय आइटीबीपी में छात्रों में भूकंपीय घटनाओं की समझ पैदा करने के लिए वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालय जियोलॉजी की मदद से भूकंप वेधशाला स्थापित की गई है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। स्कूली छात्रों में विज्ञान व गणित के प्रति रुचि पैदा करने के लिए नित नए प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्रीय विद्यालय आइटीबीपी में छात्रों में भूकंपीय घटनाओं की समझ पैदा करने के लिए वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालय जियोलॉजी की मदद से 'भूकंप वेधशाला' स्थापित की गई है। जहां छात्रों को क्षेत्र में होने वाली हर छोटी-बड़ी हलचल पर नजर रखना सिखाया जाता है।
केवि आइटीबीपी के भौतिक विज्ञान के शिक्षक वीके नौडियाल ने बताया कि उनका प्रयास बालपन से ही छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करना है। इसके लिए समय-समय पर स्कूल प्रबंधन और विज्ञानियों की मदद से छात्रों के बीच विज्ञान की कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं। इन्हीं प्रयासों की बदौलत वाडिया इंस्टीट्यूट की मदद से स्कूल में भूकंप वेधशाला भी स्थापित की गई। वेधशाला में सिस्मोलॉजी के लिए मशीन स्थापित है, इसे लैपटॉप से जोड़ा गया है। जिस पर धरती के भीतर होने वाली हर हलचल को देखा जा सकता है।
नौडियाल ने बताया कि उत्तराखंड भूकंप के लिहाज पांचवीं जोन में आता है। पूर्व में यहां पर 7.1 रिएक्टर तक के भूकंप आ चुके हैं। बताया कि वर्तमान में यह एनालॉग फार्मेट पर चल रहा है आने वाले समय में इस पूरे सिस्टम को डिजिटल किया जाएगा। इससे पहले वह बच्चों को सोलर लैंप बनाना भी सिखा चुके हैं।
बदलाव ने बदली सोच
शिक्षक वीके नौडियाल के प्रयासों ने सिर्फ केवि आइटीबीपी की तस्वीर ही नहीं बदली, बल्कि बच्चों की सोच भी बदली है। दसवीं कक्षा की छात्रा कनिका तोमर का कहना है कि पढ़ाई तो पहले भी होती थी, लेकिन कुछ समय से पढ़ाई का माहौल बदल गया है। छात्रा आकांक्षा नेगी का कहना है कि स्कूल में अब किताबी ज्ञान के साथ ही प्रयोगों पर ध्यान दिया जाता है। इससे पढ़ाई जल्दी समझ में आने लगी है।
यहां दीवारें भी सिखाती हैं फार्मूले
केवि आइटीबीपी में छात्रों को विज्ञान-गणित के फार्मूला सिखाने के लिए हर विषय की लैब के बाहर जरूरी खोज एवं फार्मूले भी लिखे गए हैं। दीवारों के अलावा ज्यामितीय सिखाने के लिए स्कूल परिसर में आयत, वर्ग, गोला आदि के थ्रीडी संरचनाएं तैयार की गई हैं।
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