Farmers Protest: पद्मविभूषण सुंदर लाल बहुगुणा बोले, किसान अन्नदाता; उन्हें असंतुष्ट नहीं कर सकते
Farmers Protest वयोवृद्ध पर्यावरणविद पद्मविभूषण सुंदरलाल बहुगुणा देशभर में चल रहे किसान आंदोलन से व्यथित हैं। उन्होंने कहा कि किसान अन्नदाता हैं उन्हेंं किसी भी कीमत पर असंतुष्ट नहीं किया जा सकता। उन्होंने कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन को समर्थन भी दिया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Farmers Protest वयोवृद्ध पर्यावरणविद पद्मविभूषण सुंदरलाल बहुगुणा देशभर में चल रहे किसान आंदोलन से व्यथित हैं। उन्होंने कहा कि किसान अन्नदाता हैं, उन्हेंं किसी भी कीमत पर असंतुष्ट नहीं किया जा सकता। उन्होंने कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन को समर्थन भी दिया।
शुक्रवार को जारी बयान में सुंदरलाल बहुगुणा ने कहा कि किसान हालिया तीन कृषि कानून को लेकर आंदोलित हैं। यह आंदोलन बताता है कि वह सरकार के निर्णय से खुश नहीं हैं। किसानों ने अपना जवाब सरकार को दे दिया है। सरकार को उनकी बात सुननी चाहिए। यह विषय गंभीर चिंतन का है। सवाल हमारे अन्नदाताओं का है, लिहाजा यह महज आंदोलन नहीं है।
यह स्थिति बताती है कि सरकार से कहीं न कहीं चूक जरूर हुई है। बहुगुणा ने कहा कि वह किसान आंदोलन का समर्थन करते हैं और सरकार से मांग करते हैं कि अन्नदाताओं को रुष्ट न किया जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसानों को आज तक वह सम्मान नहीं मिल पाया है, जिसके वह हकदार हैं। आज किसान परेशान हैं। आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि किसानों की ही हाड़तोड़ मेहनत से हमें अन्न नसीब होता है।
दून विवि में झाड़ियां साफ कर उगाए जाएंगे औषधीय पौधे
दून विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो. सुनील जोशी ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर के अंदर झाड़ियों को साफ किया जाएगा। उनकी जगह औषधीय वनस्पतियां उगाई जाएंगी। विवि के कार्यवाहक कुलपति डॉ. एके कर्नाटक के एक वर्ष पूरे होने के बाद उनके स्थान पर उत्तराखंड आयुर्वेदिक विवि के कुलपति प्रो. सुनील जोशी को दून विवि का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। शुक्रवार को उन्होंने दून विवि का भ्रमण कर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि दून विश्वविद्यालय राज्य का एक बेहतरीन विश्वविद्यालय है।
अगर हम परिसर के अंदर औषधीय पौधों का रोपण करेंगे तो उससे विवि व राज्य दोनों को लाभ होगा। कार्यवाहक कुलपति ने दून विश्वविद्यालय के अधिकारियों व शिक्षकों से मुलाकात कर औषधीय वनस्पतियों के उत्पादन व संरक्षण पर शोध कार्य संचालित करने को कहा। साथ ही अन्य विश्वविद्यालयों के साथ परस्पर शैक्षणिक समझौते के तहत शोध को बढ़ावा देने का आह्वान किया।
कहा कि इस प्रकार के कदम से राज्य के युवाओं को रोजगार प्राप्त हो सकेगा। कुलपति ने प्रयोगशाला, केंद्रीय पुस्तकालय, अतिथि गृह व कुलपति आवास का निरीक्षण किया। इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. एचसी पुरोहित, वित्त नियंत्रक डीसी लोहानी, उप कुलसचिव डॉ. मंगल सिंह मद्रवाल, केंद्रीय भंडार एवं क्रय अधिकारी डॉ. आशीष सिन्हा, सहायक कुलसचिव नरेंद्र लाल आदि उपस्थित रहे।