11वीं में छात्रों को प्रोविजनल दाखिले देगा केंद्रीय विद्यालय, इसलिए उठाया गया कदम
कोरोनाकाल के चलते अब तक दसवीं कक्षा का परिणाम नहीं आ सका है लेकिन अन्य कक्षाओं की नए सत्र की पढ़ाई शुरू हो गई है। वहीं दसवीं का परिणाम आने का इंतजार कर रहे छात्रों को प्रोविजनल (अनंतिम) दाखिले देने का फैसला केंद्रीय विद्यालय संगठन ने लिया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोनाकाल के चलते अब तक दसवीं कक्षा का परिणाम नहीं आ सका है, लेकिन अन्य कक्षाओं की नए सत्र की पढ़ाई शुरू हो गई है। वहीं दसवीं का परिणाम आने का इंतजार कर रहे छात्रों को प्रोविजनल (अनंतिम) दाखिले देने का फैसला केंद्रीय विद्यालय संगठन ने लिया है, ताकि वह 11वीं की पढ़ाई शुरू कर सकें।
केवि दून संभाग की उपायुक्त मीनाक्षी जैन ने बताया कि बीते साल से कोरोना के चलते पढ़ाई का खासा नुकसान हुआ। वर्तमान में 10वीं कक्षा पास कर नई कक्षा में जाने वाले बच्चों का और अधिक नुकसान न हो, इसके लिए केंद्रीय विद्यालय उन्हें अनंतिम दाखिले दे रहा है। फिलहाल आनलाइन कक्षाओं का संचालन शुरू किया जाएगा। बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद अगर बदलाव करने की नौबत आई तो किया जाएगा। बता दें कि, बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से इस साल बोर्ड परीक्षा को रद्द किया गया है। सीबीएसई की ओर से बनाए मापदंडों के आधार पर बोर्ड छात्रों का रिजल्ट तैयार किया जा रहा है। परिणाम आने में अभी दो से तीन हफ्तों का समय लग सकता है। केवि के अलावा दून के दूसरे कई निजी स्कूलों में भी यह व्यवस्था बनाई जा रहा है।
विवि ने लाइब्रेरियन के परिवार को दी आर्थिक सहायता
उत्तरांचल विश्वविद्यालय कोरोनाकाल में अपनी जान गंवा चुके कर्मचारियों के परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। विवि ने कोरोना के चलते अपनी जान गंवा चुके विवि के सीनियर लाइब्रेरियन स्व. निर्मल चंद्र उनियाल के योगदान की सराहना करते हुए एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की। विवि के कुलाधिपति जितेंद्र जोशी ने उनकी पत्नि वंदना उनियाल को शाल भेंट कर सम्मानित किया एवं पांच लाख रुपये की सहायता का चैक भी भेंट किया। उन्होंने कहा कि निर्मल चंद्र ने छात्रों और विवि के हित के लिए हमेशा काम किया।
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