हालात सामान्य, अब दून लौटने लगे हैं कश्मीरी छात्र
कश्मीरी छात्रों की नासमझी से हालात ऐसे हो गए थे कि एक हजार से अधिक छात्रों को दून से कश्मीर लौटना पड़ा था। पर अब सामान्य हुए हालात को देखते हुए वे वापस लौटने लगे हैं।
देहरादून, जेएनएन। पुलवामा आतंकी हमले के बाद उठे देशभक्ति के ज्वार के बीच चंद कश्मीरी छात्रों की नासमझी से हालात ऐसे हो गए थे कि एक हजार से अधिक छात्रों को दून से कश्मीर लौटना पड़ा था। मगर, एयर स्ट्राइक के बाद सामान्य हुए हालात को देखते हुए वापस गए छात्र अब देहरादून लौटने लगे हैं। वहीं, पुलिस ने प्रेमनगर समेत उन क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है, जहां कश्मीरी मूल के छात्र रहते हैं।
पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवानों और बाद में देहरादून के मेजर चित्रेश बिष्ट के शहीद होने के बाद लोगों में गम के साथ दुश्मन देश पाक के खिलाफ गुस्सा भी था। हरतरफ लग रहे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों के बीच कश्मीरी मूल के कुछ शरारती छात्रों ने देशविरोधी नारे लगाने के साथ सोशल मीडिया पर कई आपत्तिजनक पोस्ट वायरल कर दी थी। इसे लेकर भी लोगों में आक्रोश फैल गया। इसका खामियाजा निर्दोष कश्मीरी छात्रों को उठाना पड़ा।
ऐसा माहौल बना कि तमाम छात्र अपने घरों को लौटने लगे। इस बीच पीडीपी का एक दल भी देहरादून आया जो अपने साथ डेढ़ सौ से अधिक छात्र-छात्राओं को लेकर जम्मू-कश्मीर चला गया। यह सिलसिला बाद में भी जारी रहा। इस बीच कुछ संस्थानों ने अपने यहां अवकाश भी घोषित कर दिया। देहरादून में ही रुक गए कश्मीरी छात्रों के परिजनों ने पुलिस से भी संपर्क किया और बच्चों की सुरक्षा की गुहार लगाई।
माहौल को देखते हुए सरकार ने भी कड़ा रुख अख्तियार किया और प्रेमनगर समेत कश्मीरी छात्रों के हॉस्टल के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई। एक पखवाड़े से अधिक का समय गुजर जाने और एयर स्ट्राइक के बाद लोगों का गुस्सा कम हुआ तो स्थिति भी सामान्य होने लगी। अब अधिकांश कश्मीरी छात्र व छात्राएं वापस लौट आएं हैं तो बाकी भी एक-दो दिन में देहरादून पहुंच जाएंगे।
ए सपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि कश्मीरी छात्र-छात्राएं अब देहरादून लौटने भी लगे हैं। बच्चों के देहरादून जाने की जानकारी उनके परिजनों की ओर से भी मिल रही है। उन्हें भरोसा दिया गया है कि उनके बच्चों की सुरक्षा के लिए पूरे इंतजाम किए गए हैं।
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