जगन्नाथ यात्रा का तीर्थ नगरी में हुआ भव्य स्वागत
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : श्री मधुबन आश्रम ने शरद पूर्णिमा के अवसर पर नगर में भव्य श्री जगन्
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
श्री मधुबन आश्रम ने शरद पूर्णिमा के अवसर पर नगर में भव्य श्री जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन किया। नगर क्षेत्र में श्रद्धालुओं और संस्थाओं ने रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया।
श्री मधुबन आश्रम मुनिकीरेती पिछले 30 वर्षों से नगर में श्री जगन्नाथ रथ यात्रा का भव्य आयोजन करता आ रहा है। मंदिर परिसर से 24वीं यात्रा को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री चौधरी राजेंद्र ¨सह ने विधिवत पूजा अर्चना के बाद रवाना किया। मधुबन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी परमानंद दास महाराज के सानिध्य में निकली रथ यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और स्कूली छात्र-छात्राएं शामिल हुए। यात्रा में कीर्तन टोली के अतिरिक्त डांडिया करते कलाकार शोभा बढ़ा रहे थे। लक्ष्मण झूला मार्ग और हरिद्वार मार्ग पर यात्रा का गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब ट्रस्ट, वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन, व्यापार सभा ऋषिकेश व अन्य धार्मिक संस्थाओं द्वारा स्वागत कर प्रसाद वितरण किया गया। करीब तीन किलोमीटर सफर तय कर यात्रा नगर निगम परिसर में समाप्त हुई। यात्रा में राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एनपी महेश्वरी, वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन के अध्यक्ष हरीश कुमार धींगड़ा, मुनिकीरेती के पूर्व पालिकाध्यक्ष मनोज द्विवेदी, उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष जय दत्त शर्मा, इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के सचिव नवीन अग्रवाल, ज्ञान ¨सह नेगी, राजेंद्र सेठी, केएस राणा, गोपाल चौहान, हर्ष कुमार, चंद्रवीर पोखरियाल, डीके वाष्र्णेय, आईडी जोशी, रामकृष्ण पोखरियाल आदि शामिल हुए।
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श्रद्धालुओं ने शोभायात्रा मार्ग पर लगाया झाडू
मुनिकीरेती स्थित श्रीमधुबन आश्रम से जब रथ यात्रा प्रारंभ हुई तो विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने रथ के आगे झाडू लगाया। मुनिकीरेती से लेकर नगर निगम परिसर तक पूरे यात्रा मार्ग तक श्रद्धालुओं ने रथ के आगे झाडू लगते हुए चलते रहे। रथ को रस्सी से खींचने की परंपरा रही है।
श्रद्धालुओं की भीड़ में घुसा सांड
आश्रम से रथ यात्रा जब कैलाश गेट के समीप पहुंची तो अचानक एक सांड श्रद्धालुओं की भीड़ में घुस गया। जिससे श्रद्धालुओं की भीड़ बचाव में किनारे की ओर छंट गई। हालांकि सांड ने किसी पर हमला नहीं किया। किसी तरह से सांड को भीड़ से दूर भगाया गया।