ऋषिकेश में कोविड गाइडलाइन के बीच होगा अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव
इस वर्ष उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद और गढ़वाल मंडल विकास निगम कोविड गाइडलाइन का पालन कराते हुए अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन करेगा। एक से सात मार्च तक ऋषिकेश गंगा तट पर आयोजित होने वाले इस महोत्सव की भव्यता बरकरार रहेगी।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। इस वर्ष उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद और गढ़वाल मंडल विकास निगम कोविड गाइडलाइन का पालन कराते हुए अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन करेगा। एक से सात मार्च तक ऋषिकेश गंगा तट पर आयोजित होने वाले इस महोत्सव की भव्यता बरकरार रहेगी। इसके लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम ने पंजीकरण शुरू कर दिया है।
ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के कारण भी पहचाना जाता है। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद और गढ़वाल मंडल विकास निगम इस महोत्सव की मेजबानी करते हैं। ऋषिकेश के मुनिकीरेती गंगा तट पर प्रतिवर्ष एक से सात मार्च तक यह महोत्सव आयोजित होता है। इस महोत्सव में बड़ी संख्या में भारतीय साधक ही नहीं बल्कि विदेशी साधक भी शामिल होते हैं। विश्व विख्यात योग गुरु और प्रशिक्षक महोत्सव में साधकों को अपना मार्गदर्शन देते आए हैं। इस वर्ष कोरोनावायरस संक्रमण को देखते हुए महोत्सव के आयोजन पर असमंजस बना हुआ था। किंतु अब देश के भीतर घट रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए रियायत दी गई है।
उत्तराखंड के भीतर टिहरी झील महोत्सव का आयोजन राज्य सरकार कर चुकी है। छोटे बड़े मेले गाइडलाइन के अंतर्गत संचालित हो रहे हैं। बदलते हालात को देखते हुए इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव अपने तय समय पर आयोजित करने का निर्णय सरकार के स्तर पर लिया गया है। इसके लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद और गढ़वाल मंडल विकास निगम को मुख्य जिम्मेदारी इस बार भी निभानी होगी मुनिकीरेती गंगा तट स्थित जीएमवीएन के गंगा रिजॉर्ट परिसर में योग महोत्सव को लेकर तैयारी चल रही है। इसके लिए साधकों की सुविधा को ध्यान में रखा गया है।
ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों पंजीकरण की सुविधा जीएमवीएन ने उपलब्ध कराई है। जीएमवीएन के महाप्रबंधक पर्यटन जितेंद्र कुमार ने बताया कि महोत्सव निर्धारित तिथियों पर होगा। इसका स्वरूप क्या होगा उसको लेकर तैयारी अंतिम चरण में है।
भारतीय साधकों पर केंद्रित होगा महोत्सव
अब तक आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में कई देशों से बड़ी संख्या में विदेशी साधक शामिल होते थे। महोत्सव से कुछ माह पूर्व ही साधक यहां पहुंचने शुरू हो जाते थे। इस वर्ष कोरोना काल ने इन विदेशी साधकों के कदम रोक दिए हैं। योग महोत्सव में गाइडलाइन को देखते हुए बाहरी देशों से साधकों की आने पर अभी तक संशय है। इतना जरूर है कि जो विदेशी यहां पहले से रह रहे हैं वह जरूर महोत्सव का हिस्सा बनेंगे।
- विवेक चौहान (संयुक्त सचिव, उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद) ने कहा कि कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए इस वर्ष एक से सात मार्च तक ऋषिकेश में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव आयोजित होगा। जिसमें प्रमुख योग गुरु और प्रशिक्षक आमंत्रित किए गए हैं। जीएमवीएन ने अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है।
परमार्थ निकेतन में ऑनलाइन होगा महोत्सव
अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के जरिए उत्तराखंड में पर्यटन और तीर्थाटन के विकास में परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस वर्ष परमार्थ निकेतन में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव ऑनलाइन आयोजित होगा। सिर्फ इसके स्वरूप में परिवर्तन हुआ है। बाकी शेष गतिविधियां पिछले आयोजन की तरह रहेगी। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि प्रति वर्ष सामान्य स्थिति में यहां 1500 साधक योग महोत्सव में शामिल होते हैं।
जिनमें 70 प्रतिशत विदेशी साधक होते हैं। इस वर्ष कोविड-19 गाइडलाइन के कारण विदेश से आने वाले साधकों को वीजा मिलने की समस्या है और गाइडलाइन के अनुसार सिर्फ 200 साधक ही शामिल हो सकते हैं। इन्हीं कारणों को देखते हुए योग महोत्सव को ऑनलाइन किया गया है। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने बताया कि जितने भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय योग गुरु और प्रशिक्षक अब तक महोत्सव में शामिल होते रहे हैं, वह सभी ऑनलाइन योग साधकों का मार्गदर्शन करेंगे और प्रशिक्षण देंगे।
इसके अतिरिक्त सांध्यकालीन गंगा आरती को योग महोत्सव के स्वरूप में डाला जाएगा। उन्होंने बताया कि एक मार्च को परमार्थ निकेतन में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के द्वारा किया जाना प्रस्तावित है।
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