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ऋषि-मुनियों के कठिन तप की संस्कृति है योग

जागरण संवददाता ऋषिकेश राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि योग पूरे विश्व को भारत की ओर से दिया गया एक अमूल्य उपहार है। योग एक साधना ही नहीं वरन एक संस्कृति है जिसे भारतीय ऋषि-मुनियों ने कठिन तप से प्राप्त किया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Mar 2021 09:02 PM (IST)Updated: Sun, 07 Mar 2021 09:02 PM (IST)
ऋषि-मुनियों के कठिन तप की संस्कृति है योग
ऋषि-मुनियों के कठिन तप की संस्कृति है योग

जागरण संवददाता, ऋषिकेश :

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राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि योग पूरे विश्व को भारत की ओर से दिया गया एक अमूल्य उपहार है। योग एक साधना ही नहीं, वरन एक संस्कृति है, जिसे भारतीय ऋषि-मुनियों ने कठिन तप से प्राप्त किया है। यह बातें उन्होंने ऋषिकेश में चल रहे अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के दौरान कहीं।

गढ़वाल मंडल विकास निगम व पर्यटन विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का रविवार को समापन हुआ। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने योग साधकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को समूचे विश्व में एक नई पहचान दी है। उन्होंने कहा कि युवाओं को योग को आत्मसात करना चाहिए, तभी हम विकसित भारत का निर्माण कर सकते हैं।

इससे पूर्व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि योग की शक्ति से ही हम भारत को विश्व गुरु बना सकते हैं। आज विश्व में फैल रही तमाम वैश्विक महामारी व बीमारी से हमें योग ही बचा सकता है। कोरोना से लड़ने में योग ने अहम भूमिका का निर्वहन किया है। वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि योग अब देवभूमि उत्तराखंड से पूरी दुनिया में आम नागरिकों की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। पश्चिमी देशों ने भी योग के महत्व को स्वीकार करते हुए योग को अपनाया है, यही वजह है कि 21 जून को पूरी दुनिया योग दिवस मना रही है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि ऋषिकेश योग की धरती है, और यहां से बहती हुई गंगा की तरह योग पूरी दुनिया में प्रवाहित हो रहा है। इस मौके पर विभिन्न देशों के राजदूतों व उच्चायुक्तों ने भी प्रतिभाग किया। जिसमें बोसनियां व हर्जेगोविना के राजदूत मोहम्मद शिनजिक, नॉर्थ मेसोडोनिया के राजदूत नेहथ ईमिनी, फिजी के उच्चायुक्त कमलेश शशि प्रकाश व त्रिनिदाद एंड टैबगो के उच्चायुक्त डॉ. रोजर गोपाल ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव, जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक डॉ. आशीष चैहान, एसएसपी टिहरी तृप्ति भटट, महाप्रबंधक (पर्यटन) जितेंद्र कुमार, महाप्रबंधक (प्रशासन) अवधेष कुमार सिंह, महाप्रबंधक (वित्त) अभिषेक कुमार आनंद आदि मौजूद थे।

औली रोपवे के लिए कर सकेंगे ऑनलाइन बुकिग

अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने औली रोपवे की बुकिग के लिए लांच की गई वेबसाइट का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि अब पर्यटक देश व दुनिया के किसी भी कोने से औली रोपवे के लिए एडवांस बुकिग कर सकेंगे। पर्यटन मंत्री ने जीएमवीएन की कैरा वैन को भी लांच किया। यह कैरा वैन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिसमें एक छोटा परिवार आसानी से यात्रा कर सकता है। वाहन के भीतर ही वॉशरूम, टेलीविजन, फ्रिज, माइक्रोवेब, डबल बेड जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके लिए 14 हजार रुपये प्रतिदिन के चुकाने होंगे। वहीं, दो रात व तीन दिन के लिए 42 हजार रुपये का पैकेज भी जीएमवीएन की ओर से उपलब्ध कराया जा रहा है।


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