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उत्कृष्ट विवेचना के लिए देहरादून के इंस्पेक्टर प्रदीप राणा को मिलेगा केंद्रीय गृहमंत्री पुरस्कार, स्‍वतंत्रता दिवस पर किया जाएगा सम्‍मान

उत्कृष्ट विवेचना के लिए इस वर्ष उत्तराखंड पुलिस के निरीक्षक प्रदीप कुमार राणा को केंद्रीय गृहमंत्री पुरस्कार के लिए चुना गया है। पुलिस मुख्यालय देहरादून में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उन्हें यह सम्मान दिया जाएगा। जनपद देहरादून के कोतवाली पटेल नगर में प्रभारी निरीक्षक के पद पर तैनात हैं।

By Sumit KumarEdited By: Published: Thu, 12 Aug 2021 04:44 PM (IST)Updated: Thu, 12 Aug 2021 11:44 PM (IST)
वर्तमान में प्रदीप कुमार राणा जनपद देहरादून के कोतवाली पटेल नगर में प्रभारी निरीक्षक के पद पर तैनात हैं।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: उत्कृष्ट विवेचना के लिए इस वर्ष उत्तराखंड पुलिस के निरीक्षक प्रदीप कुमार राणा को केंद्रीय गृहमंत्री पुरस्कार के लिए चुना गया है। पुलिस मुख्यालय देहरादून में स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें यह सम्मान दिया जाएगा। उन्हें यह सम्मान थाना लक्ष्मण झूला के नीलकंठ मार्ग पर खैरखाल के समीप अज्ञात महिला की हत्या का पर्दाफाश और उत्कृष्ट विवेचना के लिए दिया जा रहा है।

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थाना लक्ष्मण झूला क्षेत्र में चार मई 2018 की सुबह करीब नीलकंठ मार्ग पर घट्टू गाड से करीब दो किलोमीटर आगे खैरखाल के समीप सड़क पर काम करने वाले श्रमिकों को खाई में महिला का शव दिखाई दिया। सूचना मिलने पर लक्ष्मणझूला थाने से पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को खाई से बाहर निकालकर शिनाख्त कराने का प्रयास किया गया, लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाई। महिला के सिर पर नजदीक से गोली मारी गई थी, फिर उसे खाई में धकेल दिया गया था। करीब 30 वर्षीय इस महिला के गले में मंगलसूत्र था और वह सूट पहने थी।

महिला के कपड़ों के आधार पर आगे बढ़ी जांच

पुलिस को घटनास्थल से कोई सुराग नहीं मिले। पुलिस के पास सिर्फ महिला के कपड़े ही एकमात्र ऐसा आधार थे जिस से जांच आगे बढ़ी। थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार राणा और टीम ने घटनास्थल और आसपास क्षेत्र में करीब 48 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। स्वर्गाश्रम क्षेत्र के एक होटल के सीसीटीवी कैमरे में पुलिस को एक स्कूटी में दो पुरुष और एक महिला नजर आई। महिला के कपड़े घटनास्थल पर बरामद मृतक महिला के कपड़ों से मेल खाते थे। पुलिस जांच में पता चला कि वारदात के दिन महिला और उसके दो साथी यहां पहुंचे थे। फुटेज के आधार पर स्कूटी के नंबर की पहचान की गई। यह स्कूटी ऋषिकेश से किराए पर ली गई थी। पुलिस स्कूटी मालिक तक पहुंची। तो पता चला कि अंकेश यादव नाम के व्यक्ति ने यह स्कूटी किराए पर ली थी। जिसके बाद पुलिस ने स्कूटी मालिक के यहां जमा किए गए प्रपत्र की कापी के आधार पर जांच आगे बढ़ाई।

वारदात के एक सप्ताह के भीतर पुलिस मृतक महिला और उसकी हत्या में शामिल दो व्यक्तियों की पहचान करने में सफल रही। इसके बाद 16 मई 2018 को इस मामले का पर्दाफाश हुआ। महिला की पहचान आशा (28 वर्ष) पत्नी दिनेश ङ्क्षसह निवासी कदनापुर थाना अकबरपुर जिला आंबेडकर नगर उत्तर प्रदेश के रूप में की गई थी। उसकी हत्या के आरोप में अंकेश यादव निवासी असंगवा थाना अहिरौली आंबेडकर नगर उत्तर प्रदेश और अजीत पाल निवासी सराय जगल थाना अहिरौली आंबेडकर नगर को गिरफ्तार किया गया था।

चार लाख रुपये बना था हत्या का कारण

आरोपित अंकेश यादव के आशा के साथ दो वर्षों से प्रेम संबंध थे। आशा ने अपनी जमीन बेचकर चार लाख रुपये अंकेश को दिए थे। उसका पति इलेक्ट्रिक मैकेनिक था। बाद में आशा ने रकम लौटाने के लिए अंकेश में दबाव बनाया। अंकेश अपने दोस्त अजीत पाल के साथ आशा को घूमने यहां लेकर आया। यह लोग दो मई को ट्रेन से हरिद्वार पहुंचे। यहां एक रात रुकने के बाद तीन मई को यह तीनों ऋषिकेश से किराये की स्कूटी लेकर नीलकंठ मंदिर दर्शन के लिए गए। उसी दिन रात करीब साढ़े सात और आठ बजे के बीच उन्होंने नीलकंठ मार्ग पर स्कूटी रोकी और आशा को सिर पर गोली मारकर उसे खाई में धकेल दिया। उसके बाद स्कूटी वापस लौटा कर दोनों अपने घर लौट गए थे।

विवेचनाधिकारी व पटेलनगर देहरादून के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार राणा का कहना है कि हत्या कर महिला का शव खाई में फेंके जाने की घटना पुलिस के लिए चुनौती थी। मौके पर साक्ष्य कुछ नहीं थे। मगर, सीसीटीवी फुटेज मददगार बनी। वारदात के एक सप्ताह के भीतर हत्यारों की पहचान करने में हम सफल रहे। विवेचना इतनी बेहतर हुई कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश पौड़ी गढ़वाल में 23 दिसंबर 2020 को दोनों हत्यारोपी को अपराध का दोषी पाया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई। वहीं, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि

महिला के हत्यारों को आजीवन कारावास की सजा दिलाने वाले इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार राणा को गृह मंत्रालय से उत्कृष्ट विवेचना में केंद्रीय गृहमंत्री पुरस्कार प्राप्त करने पर बधाई। हमें इंस्पेक्टर पर गर्व है।

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 क्या था मामला

थाना लक्ष्मण झूला क्षेत्र में चार मई 2018 की सुबह करीब नीलकंठ मार्ग पर घट्टू गाड से करीब दी किलोमीटर आगे खैरखाल के समीप सड़क पर काम करने वाले मजदूरों को खाई में महिला का शव दिखाई दिया। सूचना मिलने पर लक्ष्मण झूला थाने से पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को खाई से बाहर निकाला। आसपास लोगों से इस महिला की शिनाख्त कराने का प्रयास किया गया। मगर, किसी ने भी नहीं पहचाना। महिला के सिर पर नजदीक से गोली मारी गई थी, फिर उसे खाई में धकेल दिया गया था।करीब 30 वर्षीय इस महिला के गले में मंगलसूत्र था और वह सूट पहने थी।

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